वाशिंगटन: अमेरिकी सरकार के एक पूर्व अधिकारी ने कहा है कि अमेरिका अपने एशिया प्रशांत पुनर्संतुलन रणनीति में भारत को एक विशेष भूमिका देने को तैयार है और साथ ही उसकी रक्षा संबंधी जरुरतों को पूरा करने के लिए लचीला रुख अपनाने को भी तैयार है.
पिछले कुछ सालों में भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अधिकारी ने उम्मीद जतायी कि निर्णायक जनादेश वाली नरेन्द्र मोदी नीत भारत सरकार दोनों देशों की हाई टेक परियोजनाओं को मंजूरी देगी जिनका दोनों देश अपने अपने सशस्त्र बलों के लिए सह उत्पादन कर सकते हैं.
दोनों देशों के रक्षा संबंधों की संवदेनशीलता को ध्यान में रखते हुए अपना नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर हाल में प्रेट्र को दिए साक्षात्कार में अधिकारी ने कहा कि ओबामा प्रशासन रक्षा अनुसंधान, विकास एवं उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की भारत की आकांक्षा पूरी करने में उसकी मदद के लिए अतिरिक्त प्रयास करने को तैयार है. करीब 10 महीने पहले तत्कालीन उप रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने सह विकास एवं सह उत्पादन करने को तैयार होने की बात कहते हुए तब की संप्रग सरकार को रक्षा प्रणालियों की एक व्यापक सूची सौंपी थी.