कैनबरा : लगभग दो माह पहले संदिग्ध रुप से दुर्घटनाग्रस्त हुए मलेशियाई विमान की खोज के अगले चरण की योजना बनाने के लिए आज उड्डयन विशेषज्ञों ने बैठक की. लापता हुए विमान में कुल 239 लोग सवार थे. मलेशिया एयरलाइंस के बोइंग 777-200 की खोज के नए चरण के तहत विशेषज्ञ पैनल आंकडों की समीक्षा कर रहा है.
समुद्र तल पर खोज जारी होने की वजह से पैनल को खोज के लिए विशेष उपकरणों की पहचान करनी है. इसे पहले शामिल न किए गए हिस्सों के भी नक्शे तैयार करने होंगे. आज की इस बैठक की घोषणा ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया और चीन के बीच हुई पहली त्रिपक्षीय बैठक के बाद की गई थी.
ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री वॉरेन ट्रस ने सोमवार को मलेशियाई रक्षामंत्री एवं कार्यकारी परिवहन मंत्री हिशामुद्दीन हुस्सैन और चीनी परिवहन मंत्री यांग चुआनतांग के साथ हुई एक बैठक की अध्यक्षता की थी. यह बैठक विमान एमएच370 की खोज की स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा के लिए की गई थी.
मंत्रियों ने इस बात की पुष्टि की थी कि खोज लगातार जारी रखी जाएगी और यह अभियान एक नए चरण में प्रवेश करेगा, जिसमें मुख्य ध्यान महासागर के तल के अधिकतम क्षेत्र में खोज पर केंद्रित किया जाएगा. बैठक में यह भी दोहराया गया कि ऑस्ट्रेलिया खोज अभियान में मलेशिया की सहायता करता रहेगा.
मलेशिया ने लापता विमान की खोज के लिए एक अंतरराष्ट्रीय जांच दल बनाया है जिसमें ऑस्ट्रेलिया और चीन के विशेषज्ञ शामिल हैं. ये विशेषज्ञ दुर्घटना के कारणों का पता लगाएंगे और जांच करेंगे. पांच भारतीयों सहित 239 यात्रियों को लेकर यह विमान 8 मार्च को कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए रवाना हुआ था, लेकिन उडान भरने के कुछ ही देर बाद यह रहस्यमय तरीके से लापता हो गया. आज तक विमान का कोई पता नहीं चल पाया है.
मलेशिया को लगता है कि विमान में सवार किसी व्यक्ति ने जानबूझकर विमान को अन्यत्र मोड दिया जबकि उपग्रह के आंकडों से संकेत मिलता है कि यह विमान ऑस्ट्रेलिया के पर्थ शहर के पश्चिम में हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया.