न्यूयार्क:अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा चंद्रमा की सतह से वैज्ञानिक आंकड़े इकट्ठा करने के लिए पिछले वर्ष सितंबर में छोड़ा गया अंतरिक्ष यान इस महीने के आखिर में चंद्रमा की सतह पर ही नष्ट हो जाएगा. नासा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि इस अंतरिक्ष यान, ल्यूनर एटमॉस्फेयर डस्ट एंड एनवायरमेंट एक्सप्लोरर, एलएडीइइ के चंद्रमा के उस हिस्से से टकराने की संभावना है, जो पृथ्वी से दिखाई नहीं देता, जिसके बाद यह अंतरिक्ष यान स्वाभाविक तौर पर नष्ट हो जाएगा. वैज्ञानिक हालांकि कोशिश में लगे हुए हैं कि इस अंतरिक्ष यान के कारण चंद्रमा के सतह को कोई नुकसान न पहुंचे.
एलएडीइइ के परियोजना प्रबंधक बटलर हाइन ने कहा कि चंद्रमा का गुरुत्व क्षेत्र चट्टानों के टुकड़ों से भरा हुआ है, तथा चंद्रमा का सतह गड्ढों, खड़ी पहाड़ियों और घाटियों से इस कदर भरा हुआ है कि अंतरिक्ष यान के संचालन में बहुत तत्परता की जरूरत होगी, नहीं तो एलएडीइइ अंतरिक्ष यान चंद्रमा की सतह को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके चलते संचालक इस अंतरिक्ष यान को चंद्रमा की सतह से तीन से चार किलोमीटर की ऊंचाई पर नियंत्रित कर रहे हैं, ताकि अंतिम क्षणों में अंतरिक्ष यान का ईंधन खत्म होने से पहले तक वैज्ञानिक आंकड़े प्राप्त किये जा सकें. इसके बाद एलएडीइइ चंद्रमा की सतह से टकराकर नष्ट हो जाएगा.