पर्थ (कुआलालम्पुर) : खराब मौसम के कारण दक्षिणी हिंद महासागर में मलेशियाई विमान के मलबे की बहुराष्ट्रीय तलाश आज बाधित हो गई. एक दिन पहले ही घोषणा की गई थी कि लापता विमान दूरस्थ इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
तलाशी अभियान का नेतृत्व कर रहे ऑस्ट्रेलियाई समुद्री सुरक्षा प्राधिकरण (एएमएसए) ने कहा कि लापता हुए मलेशियाई विमान की उडान संख्या एमएच370 के संबंध में जारी तलाश को खराब मौसम के कारण आज के लिए रोक दिया गया है. एएमएसए ने एक बयान में कहा कि पर्थ के 2500 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम इलाके में 80 किलोमीटर प्रति घंटे की तेज रफ्तार से हवा चलने और भारी बारिश एवं बादल के कारण अभियान बाधित हो रहा है.
बयान में कहा गया है, समुद्र में खराब परिस्थितियों के कारण एचएमएएस सक्सेस आज तड़के तलाशी इलाके से चला गया है और समुद्र के शांत हो जाने तक तलाशी स्थल के दक्षिण की ओर रवाना हो गया है.
एएमएसए ने जोखिम मूल्यांकन किया है और उसे पक्के तौर पर लगता है कि मौसम की मौजूदा परिस्थितियां किसी भी प्रकार की हवाई या समुद्री तलाश को खतरनाक बना देंगी और चालक दल के सदस्यों को जोखिम में डाल देंगी जिसके बाद इसने सभी प्रकार के हवाई एवं समुद्री तलाश अभियानों को मौसम की इन परिस्थितियों के कारण आज के लिए रोक दिया है. मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कल रात घोषणा की थी कि लापता विमान सुदूरवर्ती दक्षिणी हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया है और इसमें सवार कोई यात्री जीवित नहीं बचा है.
रजाक ने विमान के रहस्यमयी तरीके से गायब हो जाने के 17 दिन बाद कहा, काफी दुख के साथ आपको सूचित करना चाहता हूं कि नये (उपग्रह) डाटा के अनुसार, उडान एमएच 370 का दक्षिणी हिंद महासागर में अंत हो गया. ऑस्ट्रेलिया के रक्षा मंत्री डेविड जॉनसन ने कहा कि लापता विमान का मलबा तलाशने में कोई सफलता नहीं मिली है और यह घटना रहस्य बनी हुई है.
उन्होंने कहा, यह दुनिया का एक अत्यंत दूरस्थ हिस्सा है. अभी तक हमें विमान का किसी प्रकार का मलबा नहीं मिला है. ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने कहा कि यह पूरे विश्व भर में, विशेषकर चीन और मलेशिया में, हजारों लोगों के लिए बेहद मुश्किल समय है.
उन्होंने कहा, मैं समझता हूं कि विमान में सवार लोगों के प्रियजन आगामी दिनों या सप्ताहों में ऑस्ट्रेलिया आने की इच्छा रख सकते हैं. एक ऐसा देश उनका स्वागत करेगा जो इस बेहद मुश्किल समय में उन्हें गले लगाना चाहता है. एबॉट ने आज बाद में यहां संसद में कहा कि विमान में सवार लोगों के जो परिजन ऑस्ट्रेलिया आना चाहते हैं उन्हें वीजा शुल्क में छूट दी जाएगी.
मलेशिया एयरलाइंस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जौहारी याह्या ने एक संवाददाता सम्मेलन में शोकाकुल परिजन के प्रति संवेदना प्रकट की और कहा कि उन्हें वित्तीय मदद मुहैया कराई जाएगी.
यह पूछे जाने पर कि विमान के साथ क्या हुआ और उसने अपना मार्ग क्यों बदला, याह्या ने कहा, हमें नहीं पता कि ऐसा क्यों हुआ और हमें नहीं पता कि यह भयानक त्रासदी कैसे हुई लेकिन मलेशिया एयरलाइंस परिवार के तौर पर हम सभी उडान एमएच 370 के यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.
इस बीच विमान में सवार यात्रियों के परिजन ने बीजिंग में मलेशियाई दूतावास के सामने दो घंटे का प्रदर्शन किया और घटना के पीछे की सच्चाई की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने परिसरों में घुसने की कोशिश की, पानी की बोतलें फेंकी और हमें सच चाहिए के नारे लगाए.
चीन ने मलेशिया से वे उपग्रही आंकडे मांगे हैं, जिनके जरिए वह विमान के हिंद महासागर में गिरने के फैसले पर पहुंचा है. मलेशिया एयरलाइंस के विमान बोइंग 777-200 ने बीते आठ मार्च को उडान भरी थी और इसके कुछ देर बाद यह लापता हो गया था. इसमें पांच भारतीय नागरिकों सहित 239 लोग सवार थे.