आज से नये साल 2020 की शुरुआत हो गयी. लेकिन, 2020 या 2021, कहां से होगी नये दशक की शुरुआत, पर जारी बहस को विराम नहीं मिल पाया है. कुछ लोगों का तर्क है कि एक जनवरी, 2020 से नया दशक शुरू होगा. कुछ का दावा है कि नया दशक एक जनवरी, 2021 से शुरू होगा. दशक की गणना को लेकर जारी यह बहस पहली बार 1999 में अमेरिका की नेवल ऑब्जरवेटरी में सामने आयी थी.
ऑब्जरवेटरी ने ही बताया था कि 1999 का साल सिर्फ दशक ही नहीं, सदी के खत्म होने का साल था. ऑब्जरवेटरी ने यह भी बताया कि नयी सदी एक जनवरी, 2001 से शुरू होगी. ऐसा इसलिए था कि ऑब्जरवेटरी की गणना संशोधित जूलियन कैलेंडर के हिसाब से थी. इसी संशोधित कैलेंडर से ग्रेगोरियल कैलेंडर विकसित हुआ और अब इसी सिस्टम को दुनियाभर के वैज्ञानिक मानते हैं.
गणना पर विवाद के बाद एक नयी कहानी सामने आयी. 525 ईस्वी में डिनोसिसय एक्सीगस नाम के पादरी ने ईस्टर की तारीख तय करने के लिए कैलेंडर सिस्टम बनाया, जिसे एनो डोमिनी या एडी कहा जाता है. एडी का लैटिन में अर्थ है ‘हमारे ईश्वर का वर्ष’. यह जीसस के जन्म के आधार पर बनाया गया था. जीसस के जन्म को वर्ष एक माना गया, न कि शून्य. यहीं पर एक साल का सीधा अंतर पैदा हो गया और बहस की शुरुआत हो गयी. दिलचस्प यह है कि दशक को तय करने के लिए कोई मानक नहीं है.
दशक को तय करने का नहीं है कोई मानक, 01 को माना गया है जीसस का वर्ष
लोग दहाई के बदलने को लेकर दे रहे तर्क
2020 को नये दशक की शुरुआत मानने वालों का तर्क है कि इस बार दहाई वाले अंक भी बदल रहे हैं. 2019 से 2020 होगा और दहाई वाला नंबर 1 से 2 हो जायेगा. इसलिए ज्यादातर लोगों को लगता है कि यह नये दशक की शुरुआत है. कुछ लोगों ने 2020 से नया दशक मानने वालों से सवाल किया कि 2020 तक पहुंचने के लिए गिनती कहीं से शुरू हुई होगी. 2010 से या 2011 से. लोगों का यह भी मानना है कि गिनती हमेशा 01 से ही शुरू होती है और 10 तक पूरे दसअंक होते हैं.
दशक का आखिरी साल कौन-सा, को लेकर हुआ सर्वे
अंग्रेजी कैलेंडर के आधार पर 2021 को माना जायेगा नये दशक की शुरुआत.
वैदिक गणित और परंपरा के आधार पर 2020 को माना जा रहा है नया दशक.
वैदिक गणितीय पद्धति और आर्यभट्ट के सिद्धांतों के मुताबिक 10 अंक माने गये हैं 0 से 9 तक.
सर्वे भी 2020 के पक्ष में, यूगॉव ने कराया था सर्वे 64% लोग 2020 को नया दशक मानने के पक्ष में.