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10वीं के बाद कैरियर दबाव में नहीं रुचि से चुनें स्ट्रीम

एक सफल कैरियर की बुनियाद मजबूत कैरियर प्लानिंग पर टिकी होती है. यह वही वक्त होता है, जब आप 10वीं पास करने के बाद आगे के कैरियर के लिए अपनी स्ट्रीम का चयन कर रहे होते हैं. कैरियर प्लानिंग की शुरुआत स्वयं की क्षमताओं को पहचानने से होती है. इसके बाद आपकी निर्णय लेने की […]

एक सफल कैरियर की बुनियाद मजबूत कैरियर प्लानिंग पर टिकी होती है. यह वही वक्त होता है, जब आप 10वीं पास करने के बाद आगे के कैरियर के लिए अपनी स्ट्रीम का चयन कर रहे होते हैं. कैरियर प्लानिंग की शुरुआत स्वयं की क्षमताओं को पहचानने से होती है. इसके बाद आपकी निर्णय लेने की क्षमता, भविष्य के निर्धारित लक्ष्य जैसे पहलुओं को कैरियर प्लानिंग में शामिल किया जाता है.
जब आपका लक्ष्य स्पष्ट रहेगा, तभी टीचर, पैरेंट्स और काउंसेलर आपकी मदद कर पायेंगे. यह सही है कि किसी स्ट्रीम में आपका प्रवेश आपके एप्टीट्यूड, ग्रेड और मार्क्स पर निर्भर करता है.
लेकिन, इससे कहीं ज्यादा मायने रखती हैं आपकी संबंधित विषय के प्रति रुचि और आपका सहज आकर्षण. दसवीं के बाद अपने लिये कैसे चुनें बेहतर स्ट्रीम और जॉब के कहां-कहां मौजूद हैं अच्छे विकल्प और साथ ही विशेषज्ञ से सलाह के साथ प्रस्तुत है विशेष पेज…
दसवीं के बाद आप किसी स्ट्रीम से आगे की पढ़ाई करेंगे, यह निर्धारित करना आपके जीवन के महत्वपूर्ण फैसलों में से एक है. यह फैसला आपके बेहतर भविष्य की बुनियाद ही नहीं, बल्कि कैरियर की दिशा भी निर्धारित करेगा.
लेकिन, ऐसे कई छात्र हैं, जो स्ट्रीम का चयन करते समय अपने दिल की नहीं, बल्कि परिजनों और रिश्तेदारों की बातों पर ज्यादा ध्यान देते हैं.
आप ऐसी गलती बिल्कुल भी न करें. आप किस स्ट्रीम में अपना बेस्ट दे सकते हैं, यह आपसे बेहतर और कोई नहीं समझ सकता. अत: जरूरी है कि स्ट्रीम का चयन करते समय अपनी रुचि के विषय, अपनी क्षमताओं अौर परिस्थितियों का अच्छी तरह से आकलन कर लें.
यूं तो 10वीं में प्राप्त अंक भी यह बयां कर देते हैं कि कौन-सी स्ट्रीम व विषय आपके लिए बेहतर होंगे, लेकिन अंकों को मानक मान लेना ठीक नहीं. यदि आपके किसी विषय में कम अंक आये हैं और आप उसी के साथ कैरियर की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो इस स्थिति में अंकों की बजाय अपनी रुचि को प्राथमिकता दें.
स्ट्रीम के साथ स्कोप भी जानना है जरूरी
किसी भी स्ट्रीम में प्रवेश लेने से पहले बेहतर होगा कि आप अागे की अपनी योजनाओं और उस विषय के स्कोप के बारे में भी कुछ जानकारी प्राप्त कर लें. फिर चाहे स्ट्रीम आर्ट्स हो, साइंस हो या फिर कॉमर्स, हर स्ट्रीम में आगे क्या संभावनाएं हैं, ये जानना बेहद जरूरी है.
यदि आप साइंस स्ट्रीम के साथ आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं और आगे मेडिकल या इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं, तो आपको 12वीं में प्रवेश के साथ ही इसकी तैयारी शुरू कर देनी होगी. यदि आप आर्ट्स और कॉमर्स स्ट्रीम के साथ पढ़ाई करना चाहते हैं, तो भी आपके लिए यह जानलेना बेहतर होगा कि किसी विषय के साथ आगे बढ़ना आपके लिए फायदेमंद होगा.
टीचर की ले सकते हैं सलाह
अक्सर छात्र स्ट्रीम का चयन करते समय न तो 10वीं में प्राप्त अंकों पर ज्यादा ध्यान देते हैं, न ही रुचि को महत्व देते हैं, बल्कि वे अपने दोस्तों की देखा-देखी स्ट्रीम का सेलेक्शन कर लेते हैं. आप ऐसी गलती भूलकर भी न करें.
10वीं के बाद स्ट्रीम का चयन ही आपके कैरियर की दिशा तय करता है. ऐसे में यह महत्वपूर्ण फैसला किसी साथी की देखादेखी न करें. यदि 10वीं के स्कोर कार्ड और आत्ममंथन करने के बाद भी आपके लिए यह तय कर पाना मुश्किल हो रहा है कि आप किस स्ट्रीम में आगे की पढ़ाई करें, तो आप अपनी शिक्षकों की मदद ले सकते हैं.
वे अपने अनुभव और आपकी परफॉर्मेंस के आधार पर आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं. शिक्षकों की सलाह और हर स्ट्रीम की जानकारी लेने के बाद पूरी सूझ-बूझ के साथ ही स्ट्रीम चयन का फैसला लें.
हर स्ट्रीम में हैं संभावनाएं
10वीं के बाद आगे की पढ़ाई और कैरियर की दिशा निर्धारित करनेवाले महत्वपूर्ण फैसले को लेकर जहां कुछ छात्र आश्वस्त होंगे, वहीं कुछ असमंजस की स्थिति का सामना कर रहे होंगे. ऐसे में छात्रों के लिए आवश्यक है कि किसी भी स्ट्रीम का चयन करने से पहले आवश्यक है कि उस विषय में उच्च शिक्षा के मौजूद विकल्पों और कैरियर संभावनाओं की बारीकी से पड़ताल कर लें.
शानदार भविष्य है कॉमर्स स्ट्रीम में
अर्थव्यवस्था में तेजी से हो रहे विकास के साथ ही फाइनेंस और अकाउंट के क्षेत्र में कैरियर की ढेरों संभावनाएं विकसित हो रही हैं. यदि अाप 10वीं के बाद कॉमर्स स्ट्रीम में जाना चाहते हैं, तो आपको इकोनॉमिक्स, अकाउंटेंसी और बिजनेस स्टडी को मुख्य विषय के रूप में पढ़ना होगा.
इन विषयों के साथ आप मैथ्स, इन्फॅार्मेटिक्स प्रैक्टिस, फिजिकल एजुकेशन आदि ले सकते हैं. कॉमर्स स्ट्रीम में आपको एक अनिवार्य भाषा विषय के साथ कुल छह विषयों का चयन करना होता है. इस स्ट्रीम में आप चार्टर्ड अकाउंटेंट, कंपनी सेक्रेटरी, बिजनेस मैनेजमेंट, बैंकिंग, अकाउंटेंट एवं फाइनेंशियल एडवाइजर आदि के रूप में अपने कैरियर को सफलता के मुकाम पर पहुंचा सकते हैं.
संभावनाओं का सागर है आर्ट्स/ह्यूमेनिटीज
आर्ट्स/ह्यूमेनिटीज स्ट्रीम आपको कैरियर के आकर्षक अवसरों के साथ आगे बढ़ने के बेहतरीन मौके देती है. इस स्ट्रीम का चयन करने पर आपको दो भाषा विषयों को चुनना होगा, जिनमें अंग्रेजी अनिवार्य भाषा विषय है.
हिंदी और संस्कृत वैकल्पिक भाषा विषय होते हैं. आपको इनमें से किसी एक को चुनना होगा. आर्ट्स स्ट्रीम में आप इतिहास, भूगोल, समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र, मनोविज्ञान, मानवशास्त्र, मानव संसाधन, पत्रकारिता, साहित्य, धर्म, अभिनय कलाओं जैसे विषयों सहित अन्य विषयों की पढ़ाई कर सकते हैं. साथ ही यह स्ट्रीम आपके लिए आईएएस, आईपीएस, आईएफएस अधिकारी बनने के लिए महत्वपूर्ण सिविल सेवाएं परीक्षाओं का रास्ता भी खोलती है.
साइंस के प्रति बढ़ते क्रेज के हैं कई कारण
10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम को अपनाने का छात्रों में खासक्रेज देखने काे मिलता है. हो भी क्यों न, यह स्ट्रीम छात्रों के लिए मेडिकल, कंप्यूटर साइंस, इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर साइंस, प्लांट पैथोलॉजी, इवोल्यूशनरी बायोलॉजी व अन्य कई क्षेत्रों में कैरियर बनाने का मौका देती है. साइंस स्ट्रीम को मुख्य रूप से दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है.
इंजीनियरिंग (पीसीएम)
मेडिकल (पीसीबी)
इंजीनियरिंग (पीसीएम) : इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने के इच्छुक छात्रों को पीसीएम यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ को प्रमुख विषयों के तौर पर एवं अन्य दो विषय अपनी पसंद के आधार पर चुनने होते हैं.
गणित विषय के साथ 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करने के बाद आप देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग काॅलेजों जैसे कि आइआइटी व एनआइटी में प्रवेश पा सकते हैं. लेकिन पीसीएम का चयन करने से पहले इन विषयों के प्रति अपना रुझान और पकड़ जरूर देख लें. इस स्ट्रीम में एक ओर जहां कैरियर के कई बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं, वहीं दूसरी ओर यहां प्रोफेशनल्स के लिए चुनौतियां वक्त के साथ और भी बढ़ती जा रही हैं.
मेडिकल (पीसीबी) : साइंस स्ट्रीम का पीसीबी ग्रुप यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी उन छात्रों के लिए है, जो मेडिकल के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं. इस स्ट्रीम के साथ आप मेडिकल, पैरामेडिकल, लाइफ साइंसेज, वेटरनरी, फॉरेंसिक, बायोटेक्नोलॉजी आदि क्षेत्रों में जाने की तैयारी कर सकते हैं.
12वीं में पीसीबी लेने के बाद आप विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में उपस्थित हो सकते हैं और अपनी रुचि और प्रतिशतता के आधार पर अनेक पाठ्यक्रमों का चुनाव कर सकते हैं. स्नातक स्तर पर आप एमबीबीएस, बीडीएस, नर्सिंग, जैव प्रौद्योगिकी, पशुचिकित्सा विज्ञान अध्ययन, फॉरेंसिक विज्ञान के साथ मानव शरीर और मनुष्य से जुड़े अनेक पाठ्यक्रमों का विकल्प चुन सकते हैं.

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