दुनिया में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो स्वार्थ से ऊपर उठकर मानव जाति के कल्याण के लिए अपना सबकुछ न्योछावर करने को तैयार रहते हैं. इन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् को ही अपना आदर्श बनाया है. विश्व के कल्याण के लिए किये गये इनके योगदान के लिए संसार हमेशा इनका ऋणी रहेगा.
दुनिया में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो स्वार्थ से ऊपर उठकर मानव जाति के कल्याण के लिए अपना सबकुछ न्योछावर करने को तैयार रहते हैं. इन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् को ही अपना आदर्श बनाया है. विश्व के कल्याण के लिए किये गये इनके योगदान के लिए संसार हमेशा इनका ऋणी रहेगा.
दुनिया में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं, जो स्वार्थ से ऊपर उठकर मानव जाति के कल्याण के लिए अपना सबकुछ न्योछावर करने को तैयार रहते हैं. इन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् को ही अपना आदर्श बनाया है. विश्व के कल्याण के लिए किये गये इनके योगदान के लिए संसार हमेशा इनका ऋणी रहेगा.
अजीम प्रेमजी
संपत्ति : 15.9 बिलियन डॉलर
दान दिया : 8 बिलियन डॉलर
विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तहत भारतीय स्कूलों में शिक्षा और परीक्षा पद्धति को सुधारने में लगे हैं. साथ ही वे 18 भाषाओं में लोगों को कंप्यूटर भी सिखाते हैं. फाउंडेशन अाठ राज्यों में शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है और उसके पास 3,50,000 से भी अधिक स्कूल हैं. अजीज प्रेमजी का दान वारेन बफेट आैर बिल गेट्स के गिविंग प्लेज अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत उन्होंने अपनी आधी संपत्ति दान कर दी. इस अभियान से जुड़ने वाले वे पहले भारतीय हैं.
बिल गेट्स
संपत्ति : 84.2 बिलियन डॉलर
दान दिया : 27 बिलियन डॉलर
बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन के माध्यम से गेट्स कृषि के विकास, आपातकालीन राहत, ग्लोबल लाइब्रेरी, गरीबी, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए काम करते हैं. अभी हाल ही में बिल गेट्स ने इंडियन मेडिकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर मच्छर जनित बीमारियों की मनिटरिंग की घोषणा की है. गेट्स ने गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के रिजनल वेक्टर डिजीज सेंटर को मजबूत करने में अपना सहयोग देने की घोषणा की है.
माइकल डेल
कुल संपत्ति : 18.9 बिलियन डॉलर
दान दिया : 1.1 बिलियन डॉलर
डेल कंप्यूटर कंपनी के चेयरमैन और सीइओ माइकल डेल ने 1999 में माइकल एंड सुसैन डेल फाउंडेशन की स्थापना की और सुनामी पीड़ितों के लिए लाखों डॉलर का दान दिया. फाउंडेशन सामाजिक और शैक्षणिक कार्यों के साथ-साथ मानवतावादी सेवाओं तथा कला एवं संस्कृति के उत्थान के लिए धन देता है. 2017 के शुरुआत में फाउंडेशन ने टेक्सास में एक नये अस्पताल के निर्माण के लिए 25 मिलियन डॉलर की राशि दान दी है.
वारेन बफेट
संपत्ति : 61 बिलियन डॉलर
दान दिया : 21.5 बिलियन डॉलर
2006 में अपनी 85 प्रतिशत संपत्ति बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन को दान कर दी. 2011 में बिल गेट्स के साथ मिलकर गिविंग प्लेज की स्थापना की. इस नेटवर्क पर शामिल होने वालों नीलेकणि चौथे भारतीय हैं. उनसे पहले विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी, बायोकॉन की चेयरमैन किरण मजूमदार शॉ और शोभा डेवलपर्स के मानद चेयरमैन पीएनसी मेनन इस पर हस्ताक्षर कर चुके हैं. बफेट का मानना है कि अमीरों को अपनी संपत्ति अगली पीढ़ी को सौंपने के लिए अब मौत का इंतजार नहीं करना चाहिए.
माइकल ब्लूमबर्ग
संपत्ति : 37.7 बिलियन डॉलर
दान दिया : 3 बिलियन डॉलर
ब्लूमबर्ग मीडिया कंपनी के संस्थापक और ब्लूमबर्ग फाउंडेशन के कर्ता-धर्ता माइकल ब्लूमबर्ग शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं व पर्यावरण से जुड़े कार्यों के लिए दान देते हैं. जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी, वर्ल्ड लंग फाउंडेशन, डब्ल्यूएचओ व सिएरा क्लब फाउंडेशन जैसी संस्थाओं को फाउंडेशन फंडिंग करता है. ब्लूमबर्ग ने 42 मिलियन डॉलर से एक नये कार्यक्रम की शुरुआत की है जो 100 मध्यम आकार के शहरों में डाटा का बेहतर इस्तेमाल के लिए काम करेगा.
जॉर्ज सोरोस
संपत्ति : 24.4 बिलियन डॉलर
दान दिया : 8 बिलियन डॉलर
ओपन सोसाइटी फाउंडेशन के चेयरमैन ने दान देने के लिए अपना एक नेटवर्क बनाया है. ये कम्यूनिटी डेवलपमेंट, सामाजिक सेवाओं, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए काम करते हैं. ओपन सोसाइटी मानव अधिकारों के लिए काम करने को प्रसिद्ध है. दक्षिण अफ्रिका में काले गरीब लोगों को शिक्षित करना इनका प्रमुख काम है. 2004 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति बु्श को हराने के लिए 23 मिलियन डॉलर का दान दिया था. हालांकि, उनका प्रयास सफल नहीं हुआ.
जॉर्ज कैसर
संपत्ति : 9.3 बिलियन डॉलर
दान दिया : 3.3 बिलियन डॉलर
जॉर्ज कैसर, बीओके फाइनांशियल कोरपोरेशन के चेयरमैन हैं और जॉर्ज कैसर फैमिली फाउंडेशन चलाते हैं. शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे सामाजिक सरोकार के मुद्दों के अलावा वे तुल्सा कम्यूनिटी कॉलेज फाउंडेशन, ओकलाहोमा सिटी एडुकेयर और नेशनल एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट जैसी कई संस्थाओं के द्वारा सामाजिक कार्यों को अंजाम देते हैं. 2010 में कैसर बिल गेट्स व वारेन बफेट की गिविंग प्लेज से जुड़े, जिसके तहत अपनी आधी संपत्ति दान करनी होती है.
जेम्स सिमंस
संपत्ति : 12.3 बिलियन डॉलर
दान दिया : 1.2 बिलियन डॉलर
सिमंस फाउंडेशन के संस्थापक जेम्स सिमंस व उनकी पत्नी मैरीलिन हैं. अपने दो बेटों की मृत्यु के बाद उन्होंने दो और फाउंडेशन की नींव डाली. पॉल सिमंस फाउंडेशन सामाजिक और शैक्षणिक कार्यों के लिए धन देता है, वहीं निक सिमंस फाउंडेशन ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मियों को ट्रेनिंग के साथ-साथ मानवता व सामाजिक कार्यों के लिए दान देता है. सिमंस ने 30 मिलियन डॉलर ऑटिज्म के रिसर्च के लिए दिया है और 100 मिलियन डॉलर का दान और देने की घोषणा कर रखी है.
मार्क जुकरबर्ग
संपत्ति : 40.7 बिलियन डॉलर
दान दिया : 1.6 बिलियन डॉलर
फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग और उनकी पत्नी प्रिंसिला चान की सिलिकॉन वैली कम्यूनिटी फाउंडेशन ने पिछले वर्ष महामारी के रूप में फैली इबोला के इलाज के लिए 25 मिलियन डॉलर का दान दिया था. सन फ्रांसिस्को जेनरल हॉस्पीटल को भी इसके लिए 75 मिलियन डॉलर का दान दिया गया. खाड़ी क्षेत्रों के स्कूलों को उन्होंने 120 मिलियन डॉलर और न्यू जर्सी पब्लिक स्कूल को 100 मिलियन डॉलर का दान किया है.
पियरे ओमिदयार
संपत्ति : 6.2 बिलियन डॉलर
दान दिया : 1 बिलियन डॉलर
ईरानी मूल के अमेरिकी पियरे ओमिदयार ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म इबे के सह-संस्थापक व चेयरमैन हैं. 1998 में पियरे व उनकी पत्नी ने मिलकर ओमिदयार फाउंडेशन की स्थापना की. यह फाउंडेशन नये एंटरप्रेन्योरशिप, मानव अधिकारों व भोजन एवं ऊर्जा के क्षेत्र में कार्य करता है. 2012 में ओमिदयार और उनकी पत्नी ने गिविंग प्लेज की सदस्यता लेते हुए अपनी आधी संपत्ति दान कर दी.
टेड टर्नर
संपत्ति : 2.1 बिलियन डॉलर
दान दिया : 1.2 बिलियन डॉलर
टर्नर ग्लोबल फाउंडेशन और टर्नर फाउंडेशन के चेयरमैन टेड टर्नर सामाजिक विकास व वन्य प्राणियों के संरक्षण के लिए दान देती है. टर्नर फाउंडेशन के दान का एक बड़ा हिस्सा यूएन फाउंडेशन को जाता है. 1997 में इन्होंने यूएन फाउंडेशन को एक बिलियन डॉलर का दान दिया था. उनके दान से महिलाएं और जनसंख्या की स्थिति, बच्चों के स्वास्थ्य, पर्यावरण, वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए काम किया जाता है.
ली का-शिंग
संपत्ति : 26.6 बिलियन डॉलर
दान दिया : 1.4 बिलियन डॉलर
ली का-शिंग एक वैश्विक निवेशक हैं. 1980 में उन्होंने ली का-शिंग फाउंडेशन की सथापना की, जो शिक्षा, स्वास्थ्य, कला-संस्कृति तथा सामाजिक विकास के लिए कार्य करती है. फाउंडेशन चीन के शांतोउ यूनिवर्सिटी को भी फंडिंग करती है. यह यूनिवर्सिटी चीन की एकमात्र प्राइवेट फंड से चलनेवाली यूनिवर्सिटी है. इसके अलावा फाउंडेशन शारीरिक रूप से अक्षम लोगों और बाढ़ पीड़ितों की हमेशा सहायता करता है.