बच्चों में सिरदर्द, घबराहट और यहां तक की आत्महत्या की कोशिश तक को बढ़ते तनाव से जोड़ कर देखा जाता है.
इसी कारण से बच्चों में ध्यान लगाने, यानी मेडिटेशन सिखाने के लिए क्लासेस का चलन बढ़ रहा है.
और कुछ क्लासेस की फीस इतनी है, कि लगता है बच्चों और मां-बाप की परेशानी से पैसा बनाने की कोशिश की जा रही है.