भारत प्रशासित कश्मीर के उरी में रविवार को हुए चरमपंथी हमले की ख़बर दिल्ली से प्रकाशित अख़बारों के पहले पन्ने पर छाई हुई हैं.
‘द इंडियन एक्सप्रेस‘ ने हमले से जुड़ी ख़बर को बैनर स्टोरी के तौर पर जगह दी है. ख़बर की सुर्खी कहती है, "उरी में पाकिस्तानी चरमपंथियों ने 17 सैनिकों की जान ली, जवाबी कार्रवाई के आंकलन में जुटा भारत. "
ख़बर में जानकारी दी गई है कि हमले में घायल हुए 20 सैनिकों में से 7 की हालत गंभीर है.
अख़बार के मुताबिक सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह ने उरी कैंप का दौरा किया और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को जानकारी दी.
अख़बार ने हमले से जुड़ी एक अन्य ख़बर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बयान को जगह दी है. अख़बार के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने देश को भरोसा दिलाया है कि हमले के पीछे जो लोग हैं, उन्हें सज़ा दिए बिना नहीं छोड़ा जाएगा. वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को ‘चरमपंथी देश’ बताया है.
‘इंडियन एक्सप्रेस‘ ने एक अन्य ख़बर में बताया है कि उरी हमले में मारे गए सैनिकों के नाम को लेकर रविवार देर शाम तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई, लेकिन 10 डोगरा के हवलदार रवि पाल के घर में मायूसी छा गई है.
परिवार के मुताबिक रवि के रिश्ते के भाई जोगिंदर पाल ने जानकारी दी है कि उनके पास एक फोन आया था जिसमें बताया गया कि रवि भी मरने वालों में शामिल हैं.
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने भी हमले से जुड़ी ख़बर को बैनर स्टोरी बनाया है. अख़बार के मुताबिक मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. रिपोर्ट का कहना है कि 20 घायलों में से 10 की हालत गंभीर है.
अख़बार ने एक अन्य ख़बर में बताया है कि सेना का उरी बेस बेहद अहम है लेकिन ये ख़तरे की जद में भी रहता है. नियंत्रण रेखा से यहां तीन तरफ से पहुंचा जा सकता है.
वहीं ‘द स्टेट्समैन‘ की एक ख़बर के मुताबिक उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने गुट निरपेक्ष आंदोलन के सम्मेलन कहा कि अब वक्त आ चुका है कि हम चरमपंथ के ख़िलाफ़ लड़ाई में ठोस कार्रवाई की ज़रूरत को पहचानें.
‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के मुताबिक आत्मघाती दस्ते के पास कैंप का एक नक्शा था जिसमें पश्तो में नोट्स थे.
‘द हिंदू‘ के मुताबिक गृहमंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक कश्मीर घाटी में तीन महीने से जारी अशांति की वजह से खुफिया जानकारियों नहीं मिल पा रही हैं. अख़बार ने अधिकारी के हवाले से बताया है कि कर्फ्यू की वजह से इन्फॉर्मरों की आवाजाही प्रभावित हुई है.
‘हिंदुस्तान टाइम्स‘ की एक ख़बर के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि अगले चुनाव तक वो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं.
अख़बार ने अखिलेश के हवाले से बताया है कि चुनाव के बाद अगर पार्टी सत्ता में लौटी तो समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव और निर्वाचित विधायक अगली सरकार के मुखिया का चुनाव करेंगे.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक कावेरी जल विवाद को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान कनाटक की एक 22 साल की युवती ने 100 रुपये और एक प्लेट मटन बिरयानी के लिए कथित तौर पर बसों में आग लगाई थी.
पुलिस ने 12 सितंबर को हुए हमले के मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये युवती भी उनमें से एक है.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)