ब्रासीलिया : ब्राजील की डिल्मा रुसेफ को महाभियोग पर मतदान के बाद देश के राष्ट्रपति पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह उनके प्रतिद्वंद्वी माइकल टेमर को नया राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है. 68 वर्षीय रुसेफ को राष्ट्रीय बजट में अवैध तरीके से हेरफेर करने के लिए 81 में से 61 सीनेटरों ने दोषी ठहराया. उन्हें पद से हटाने के पक्ष में दो तिहाई से अधिक मत पड़े. इससे पद से वरिष्ठ वामपंथी नेता के तत्काल हटने का रास्ता साफ हो गया. तीन घंटे बाद ही टेमर को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई गई. टेमर पूर्व उपराष्ट्रपति हैं और एक समय अहम गठबंधन भागीदार थे, जिनपर रुसेफ ने उनका तख्तापलट करने की साजिश करने का आरोप लगाया है. जैसे ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग स्क्रीन पर महाभियोग का नतीजा आया वृत्ताकार सीनेट चैंबर में खुशी और मायूसी दोनों छा गई.
महाभियोग के समर्थक सीनेटरों ने राष्ट्रगान गाया और कुछ ने ब्राजीली ध्वज लहराया, जबकि रुसेफ के वामपंथी सहयोगियों के चेहरे पर मायूसी थी. एक सीनेटर ने हाथ में तख्ती ले रखी थी जिसपर लिखा था, ‘मैं इस बदनामी से अपना नाम नहीं जोडूंगा.’ दूसरे ने कहा, ‘तख्तापलट के साजिशकर्ता.’ एक आश्चर्यजनक घटनाक्रम के तहत रुसेफ के आठ साल तक किसी भी सार्वजनिक पद को धारण करने पर रोक लगाने के लिए प्रस्ताव पारित नहीं हो सका. इसका मतलब है कि सैद्धांतिक तौर पर वह फिर से राजनीतिक पद धारण कर सकती हैं.
राजधानी ब्रासीलिया के बाहरी इलाके में स्थित अलवोराडा प्रेसीडेंशियल पैलेस में वामपंथी वर्कर्स पार्टी की रुसेफ ने खुद को जबरन पद से हटाए जाने की निंदा की. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने एक राष्ट्रपति के जनादेश को बाधित करने का फैसला किया, जिसने कोई अपराध नहीं किया. उन्होंने एक निर्दोष व्यक्ति को दोषी ठहराया है और संसदीय तख्तापलट किया है.’ उन्होंने संकल्प जताया कि वह वापसी करेंगी. 75 वर्षीय टेमर राष्ट्रपति के तौर पर अपने पहले दिन की शुरुआत बुधवार देर रात जी 20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए चीन रवाना होकर करेंगे.
राष्ट्र के नाम रिकॉर्डेड संदेश बाद में जारी किए जाने की संभावना है. दक्षिण मध्यमार्गी पीएमडीबी पार्टी के कद्दावर नेता टेमर ने ब्राजील को 13 साल के वर्कर्स पार्टी के शासन से आगे ले जाने का संकल्प जताया है. उम्मीद है कि वो अधिक बाजार अनुकूल नीतियां अपनाएंगे जो देश को दशकों की सबसे बुरी आर्थिक मंदी से बाहर निकालेंगी. रुसेफ पर बजट की कमियों की भरपाई के लिए 2014 में अवैध राजकीय कर्ज लेने का आरोप है. इसने देश की समस्याओं को छिपा दिया था, लेकिन आज आर्थिक अव्यवस्था में चला गया है.
सोमवार को 14 घंटे के मैराथन सत्र के दौरान उन्होंने सीनेट से कहा कि वह निर्दोष हैं और यह महाभियोग की प्रक्रिया का दुरपयोग है. इसने ब्राजील के लोकतंत्र को जोखिम में डाल दिया है. ब्राजील में दो दशकों की लंबी तानाशाही के बाद 1985 में लोकतंत्र बहाल हुआ था. 1970 के दशक में वामपंथी छापामार समूह से जुडे होने के कारण कैसे उन्हें यातना दी गई थी और उन्हें जेल में डाला गया था इस बात की याद करते हुए रुसेफ ने सीनेटरों से अनुरोध किया था कि वो महाभियोग के खिलाफ और लोकतंत्र के पक्ष में मतदान करें.