दुनिया को स्मार्ट गूगल ग्लास देने के बाद अब कंपनी एक खास कॉन्टैक्ट लेंस बनाने में व्यस्त है. गूगल ग्लास की मदद से स्मार्टफोन जैसे फीचर्स आंखों के लिए बनाए गए चश्मे की शक्ल में मिलते हैं. अब जिस नए कॉन्टैक्ट लेंस पर कंपनी काम कर रही है, दावा किया जा रहा है कि यह डायबटीज के आसार पकड़ लेगा.
गूगल के इंजीनियर्स अब एक ऐसा लेंस डिजाइन कर रहे हैं जिसकी मदद से शरीर के ग्लूकोज लेवल की जांच की जा सकेगी. डिजाइन किया जा रहा यह लेंस आम कॉन्टैक्ट लेंस की तरह ही होगा. इस नई तकनीक से आंखों से बहने वाले आंसुओं से शरीर में मौजूद ग्लूकोज लेवल को परखा जाएगा. आंसुओं का परीक्षण लेंस में मौजूद छोटे-छोटे वायर करेंगे. इस लेंस में एक बहुत छोटी चिप भी होगी जिसके सेंसर लेंस की लचीली लेयर के पीछे होंगे. यह आंखों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगा.
डायबटीज एक बहुत बड़ी समस्या है जो धरती पर हर 19 में से एक इंसान को है. कई लोग हर दिन इस बीमारी से लड़ रहे हैं. ऐसे में यह बीमारी शरीर के अंगों को भी नुकसान पहुंचा सकती है. रिसर्चर्स उन लोगों का ख्याल रखते हुए इस खोज में लगे हुए हैं. शरीर का ग्लूकोज लेवल को दैनिक गतिविधियों जैसे दौड़ना, खाना और एक्सरसाइज करने से सामान्य किया जा सकता है. जहां आजकल कुछ लोग ग्लूकोज मॉनिटर पहनने लगे हैं वहीं कई लोग अब भी पिन और ग्लूकोज मीटर की मदद से अपना ग्लूकोज लेवल चेक करते हैं. इस समस्या को सुलझाने के लिए गूगल ने नया लेंस डिजाइन करने के बारे में सोचा है.