नयी दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) में पॉलिटिकल साइंस ऑनर्स का काफी क्रेज है. यह एक ऐसा कोर्स है जिसके लिए साइंस और काॅमर्स के स्टूडेंट भी अपनास्ट्रीम बदलकर आर्ट्स को अपना रहे हैं. हर साल इस विषय की बढ़ती डिमांड को देखकर डीयू के कॉलेजों में पॉलिटिकल साइंस के लिए सीटों की संख्या बढ़ा दी गयी है. जानकारी के अनुसार हर साल इस विषय की बढ़ती डिमांड के कारण ज्यादातर कॉलेजों में तय सीटों से ज्यादा एडमिशन हो रहे हैं.
जानाकारों के अनुसार, सिविल सर्विसेज की परीक्षा की तैयारी करने वाले स्टूडेंट इस विषय में काफीरुचि लेते हैं. इस बार की यूपीएससी टॉपर टीना डाबी डीयू के लेडी श्रीराम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस की ही स्टूडेंट थीं. दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले 44 कॉलेजों में इस विषय की पढ़ाई होती है. सभी कॉलेजों को मिला कर कुल 2200 सीटें उपलब्ध हैं. हालांकि कॉलेजों में तय सीटों से ज्यादा नामांकन होते हैं. बढ़ती मांग की वजह से हर साल इस विषय में नामांकन के लिए कटऑफ मार्क भी 1 से 2 फीसदी बढ़ती जा रही है.
कॉलेज के प्रोफेसरों का कहना है कट ऑफ मार्क हाई रखने के बावजूद भी स्टूडेंट्स की संख्या बढ़ती जा रही है. इसी वजह से हर साल कट ऑफ मार्क में कुछ इजाफा किया जा रहा है. पिछले साल कट ऑफ मार्क 94 फीसदी से 98 फीसदी तक गया था. पॉलिटिकल साइंस सिविल सर्विसेज के साथ-साथ भविष्य में स्टूडेंट्स को लॉ, एनजीओ, मास्टर्स, एमफिल आदि में भी मददगार विषय के रूप में जाना जाता है.