एडुकेशन डेस्क
दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन को लेकर यूं तो अनेकों कन्फ्यूजन स्टूडेंट्स को रहते हैं, जिसमें एक बड़ा कन्फ्यूजन इस बात को लेकर रहता है कि वो कोर्स को प्राथमिकता देकर एडमिशन लें या कॉलेज को? इस संबंध में एक्सपर्ट से भी अक्सर सवाल पूछे जाते हैं. ज्यादातर एक्सपर्ट का मानना है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए कोर्स व कॉलेज में कोर्स को ही प्राथमिकता दें. इसके पीछे तर्क है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी है और उसके सभी कॉलेज अच्छे हैं.
पसंदीदा काेर्स में ही लें एडमिशन
दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुछ कॉलेजों को लेकर स्टूडेंट में काफी आकर्षण है. इसके कारण हैं, जैसे : वहां से कई टॉपर्स हुए हों या फिर कोई फेमस सेलिब्रिटी. कॉलेज को इस तरह भी लोग जज करते हैं कि वह कितना पुराना है. लेकिन, एक्सपर्ट का मानना है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी के कॉलेजों का सिलेबस प्रोसेस एक ही है. नार्थ कैंपस से बाहर भी दिल्ली यूनिवर्सिटी के कई कॉलेज ऐसे हैं, जिनके पास अच्छा कैंपस, इन्फ्रास्ट्रक्चर, कोर्स व फैकेल्टी हैं. ऐसे में हम सिर्फ नाम पर अपनी पसंद के कोर्स को छोड़ उस कोर्स में क्यों एडमिशन लें जो हमें पसंद नहीं है या फिर कम पसंद है. इसलिए आप कोर्स के आधार पर एडमिशन लेकर अच्छे से पढ़ाई करें.
फ्यूचर देंखे, फैशन नहीं
कोर्स और कॉलेज के आधार पर एडमिशन लेने के संबंध में एक्सपर्ट का मानना है कि अाप अपना फ्यूचर देखें, फैशन में नहीं आयें. आप अपने फ्रेंड, रिलेटिव या माता-पिता की पसंद के फिल्ड के प्रभाव में न आयें और खुद तय करें कि क्या करना है? अगर आप अपने पसंद के कोर्स में एडमिशन नहीं लेंगे तो अापकी स्वाभाविक रुचि विषय में नहीं होगी और उसका सीधा असर आपके कैरियर पर पड़ेगा. आपके कोर्स और कैरियर का डायरेक्शन एकदम स्पष्ट होना चाहिए.
चार दिन में 1, 38, 915 रजिस्ट्रेशन
अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के लिए दिल्ली यूनवर्सिटी ऑनलाइन एडमिशन प्रोसेस में चौथे दिन 1, 38, 915 रजिस्ट्रेशन हुए. 57, 455 स्टूडेंट्स ने फी देकर एडमिशन प्रोसेस पूरा किया. ध्यान रहे कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रोसेस 19 जून तक चलेगी. 24 कॉलेज ने अपने कैंपस में इसके लिए ऑनलाइन कंप्यूटर सेंटर भी खोले हैं.