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भाजपा शासन : 9 राज्य, 36% आबादी पर हो गया राज

चार बड़े राज्य‍ों में भी एनडीए का शासन जनसंघ से आज तक के साढ़े छह दशक के इतिहास में भाजपा अपने सबसे उत्कर्ष के दौर में पहुंच गयी है. 1951 में गठित जिस जनसंघ ने 1952 के लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत के साथ संसदीय यात्रा शुरू की थी, आज भारतीय जनता पार्टी […]

चार बड़े राज्य‍ों में भी एनडीए का शासन
जनसंघ से आज तक के साढ़े छह दशक के इतिहास में भाजपा अपने सबसे उत्कर्ष के दौर में पहुंच गयी है. 1951 में गठित जिस जनसंघ ने 1952 के लोकसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत के साथ संसदीय यात्रा शुरू की थी, आज भारतीय जनता पार्टी के रूप में वह केंद्र सहित देश में नौवें राज्यों में सीधी सरकार में आने जा रही है. इसके अलावा चार राज्यों में गंठबंधन के तहत वह सरकार में शामिल है. देश की 36.6 फीसदी जनता पर उसका सीधा राज हो गया है. असम चुनाव में भारी जीत के साथ पूर्वोत्तर में भी उसके लिए रास्ते खुल गये हैं.
1977 में देश में गैर कांग्रेसी सरकार के बड़े राजनीतिक प्रयोग में अन्य पार्टियों की भांति जनसंघ ने भी जनता पार्टी में खुद का विलय कर लिया था, लेकिन जनता पार्टी के विघटन के बाद 1980 में भारतीय जनता पार्टी के नाम से इसने नये अस्तित्व के साथ भारतीय राजनीति में प्रवेश किया. हालांकि 1984 के लोकसभा चुनाव में इसे केवल दो सीटें मिलीं थीं और यह मान लिया जाने लगा था कि पार्टी भारतीय राजनीतिक क्षितिज पर सिमट जाने वाला दल साबित होगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. 1989 में 85 और 1991 में लोकसभा की 120 सीटें जीत कर इसने आगे बढ़ते जाने के संकल्प को मजबूत किया.
गंठबंधन से मिला फायदा
1996 के चुनाव में भाजपा ने 161 सीटें जीतीं और सरकार बनाने के औपचारिक पायदान को पार किया, लेकिन संख्या बल न जुटा पाने के कारण महज 13 दिन बाद ही इसे पांव वापस लेने पड़े. अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार को इस्तीफा देना पड़ा. 1998 और 1998 के मध्यावधि चुनाव में 182 (दोनों बार) सीटें जीत कर यह एक बार फिर सबसे बड़ी पार्टी बनी.
बड़े राजनीतिक प्रयोग के तौर पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गंठबंधन (राजग) अस्तित्व में आया है और एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में स्थायी सरकार बनी, लेकिन 2004 में यह 138 और 2009 के चुनाव में 116 सीटों तक उतर आयी. हालांकि इस बीच झारखंड, मध्य प्रदेश, बिहार, गोवा, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, अरुणांचल प्रदेश सहित कई राज्यों में उसकी सीधी या गंठबंधन वाली सरकारें बनीं. 2014 के लोकसभा चुनाव में देश की जनता ने उस पर अब तक का सबसे बड़ा भरोसा किया और 282 सीटें दे दीं.
केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी और कांग्रेस मुक्त भारत का उसका संकल्प मजबूत हुआ. गुरुवार को आये पांच राज्यों के चुनाव विधानसभा चुनाव परिणाम ने भाजपा को और विस्तार दिया है. एक ओर जहां दक्षिण भारतीय राज्य केरल में उसने खाता खोला, वहीं पूर्वोत्तर के असम में स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाने जा रही है.
आजादी के बाद लोस में भाजपा
वर्ष सीटें
1952 03
1957 04
1962 14
1967 35
1971 22
1984 02
1989 85
1991 120
1996 161
1998 182
1999 182
2004 138
2009 116
2014 282
अब अकेले 9 राज्यों में सरकार
राज्य एवं देश की कुल आबादी का प्रतिशत
महाराष्ट्र 9.3 %
मध्यप्रदेश 6%
राजस्थान 5.7%
गुजरात 5.0%
झारखंड 2.7%
असम 2.6%
छत्तीसगढ़ 2.0%
हरियाणा 2.1%
गोवा 0.1%
कुल 35.6 %
…और एनडीए
4 राज्यों में सरकार
आंध्रप्रदेश 4.8%
पंजाब 2.30%
जम्मू-कश्मीर 1.06%
अरुणाचल 0.11%
कुल 7.55%

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