इस्लामाबाद : एफ-16 लडाकू विमानों को लेकर अमेरिका और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में खटास आ सकती है. मामले को लेकर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने मंगलवार को कहा कि अगर अमेरिका के साथ एफ 16 लडाकू विमानों से संबंधित सौदा नहीं होता है तो पाकिस्तान अपनी रक्षा जरुरतों को पूरा करने के लिए अन्य विकल्प तलाशेगा. आसिफ ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब अमेरिका ने 70 करोड डालर के सौदे के लिए अपने करदाताओं के पैसे से धन उपलब्ध कराने में अपनी अक्षमता जाहिर की है.
आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान स्वतंत्र एवं संप्रभु देश है और वह विश्व के अन्य उचित बाजारों से रक्षा संबंधी उत्पादों को हासिल कर सकता है. उन्होंने कहा कि एफ 16 विमान आतंकवाद निरोधक अभियानों में बहुत सफल रहे हैं और उन्होंने आशा जताई कि अमेरिका और देरी किये बगैर पाकिस्तान को एफ 16 की आपूर्ति के मुद्दे को सुलझाएगा. इससे पहले खबर आयी थी कि अमेरिका में मौजूद भारतीय लॉबी लगातार ‘अथक कोशिशें’ कर रहे हैं कि अमेरिका अपना फैसला पलट दे, और पाकिस्तान को एफ-16 लड़ाकू विमान नहीं बेचे. यह जानकारी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के लिए सलाहकार सरताज अज़ीज़ ने सीनेट को दी.
एफ-16 लड़ाकू विमानों के लिए अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी जाने वाली प्रस्तावित सब्सिडी वापस लेने के मुद्दे पर मोहसिन खान लेघारी तथा अन्य द्वारा लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर बहस का समापन करते हुए सरताज अज़ीज़ ने कहा कि सरकार एफ-16 लड़ाकू विमानों की बिक्री के मुद्दे को लेकर कई स्तरों और मंचों पर अमेरिका से बातचीत कर रही है.