ओडिशा में सोमवार को आग लगने की दो अलग-अलग घटनाओं में 90 घर जल गए.
पहली बड़ी दुर्घटना ढेंकनाल ज़िले के गन्दिया ब्लॉक के हरचुआन गांव की है जहां 50 घरों का पूरा गांव जलकर ख़ाक हो गया.
इसके अलावा सुबार्नपुर ज़िले के तारवा ब्लॉक के रंगारपुर गांव में आग लगने से 40 घर जल गए. ज़िला कलेक्टर के अनुसार अग्निशमन विभाग ने आग पर क़ाबू पा लिया.
प्रभावितों को प्रशासन की तरफ़ से रसोई का सामान मुफ़्त दिया जा रहा है.
अप्रैल की शुरुआत से ही ओडिशा के ज़्यादातर शहरों में तापमान 40 डिग्री से ज़्यादा रिकॉर्ड किया जा रहा है और एक जगह तो ये 48.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचा है.
लू के कारण राज्य में स्कूलों की छुट्टियां 15 जून तक बढ़ा दी गई हैं.
पीटीआई के अनुसार स्पेशल रिलीफ़ कमिश्नर ने बताया है कि लू लगने से अब तक 99 लोगों की मौत का दावा किया गया है जिसमें से चार मामले सही पाए गए हैं और बाक़ी की जांच हो रही है.
तीन दिन पहले भी अथग्रह के बेल्दा में आग फैलने की वजह से 50 घरों का पूरा गांव जल गया था. गांव के निवासी जीतनज्योति कहते हैं कि अब लोग पेड़ों और खुले आसमान के नीचे रह रहे हैं.
न्यायगढ़ के रूपसी पहाड़ समेत कई जंगलों में आग फैल रही है. अग्निशमन विभाग की आग बुझाने की कोशिशें सफल होती नहीं दिख रहीं.
ओडिशा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुकांत सेठी ने बीबीसी से कहा कि किसी भी वजह से आग लग जाए तो गर्मी और हवाओं के कारण यह तेज़ी से फैल जाती है. उन्होंने कहा कि जंगलों में पहुंचना मुश्किल होने के कारण आग बुझाना मुश्किल हो रहा है.
गर्मियों में वैसे भी आग फ़ैलने का ख़तरा अधिक होता है क्योंकि सूखी चीज़ों में आग के पकड़ने में अधिक समय नहीं लगता.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के हवाले से कहा है कि सूबे में 45 और दमकल केंद्र खोले जाएंगे.
इसके बाद राज्य में ऐसे केंद्रों की तादाद 335 हो जाएगी.
मुख्यमंत्री ने एक कार्यक्रम में कहा है कि नए दमकल केंद्रों की स्थापना के बाद ओडिशा में पूरे मुल्क में सबसे ज़्यादा अग्निशमन केंद्र होंगे.
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