अमरीका में डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी को लेकर हिलेरी क्लिंटन और सीनेटर बर्नी सैंडर्स के बीच अब अल्पसंख्यकों को रिझाने की होड़ शुरू हो गई है.
जानकारों का मानना है कि इन दोनों उम्मीदवारों के बीच होने वाली अगली बहसों में अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दे हावी रहेंगे.
उम्मीदवारी की रेस के अगले मुक़ाबले नेवादा और दक्षिण कारोलाइना में होंगे. इन दोनों राज्यों में लातिन अमरीकी और काले लोग बड़ी संख्या में हैं.
न्यू हैंपशायर के प्राइमरी चुनाव में सैंडर्स ने हिलेरी क्लिंटन को बड़े अंतर हराया जबकि आयोवा कॉकस में वो बेहद कम अंतर से हारे थे.
अब इन दोनों उम्मीदवारी की निगाहें नेवादा और दक्षिण कारोलोना की लातिन अमरीकी और काले लोगों की आबादी पर टिकी हैं.
न्यू हैंपशायर की हार के बाद हिलेरी की कोशिश है कि वह अपने चुनाव अभियान की नई धार दें.
इसी रणनीति के तहत हिलेरी ने हाल ही में अमरीकी कांग्रेस के काले डेमोक्रेट सांसदों के एक धड़े का समर्थन हासिल किया है. हिलेरी ने स्वीकारा है कि उन्हें युवतियों और नए वोटरों को आकर्षित करने के लिए और मेहनत करनी होगी.
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