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न्यूज रीडर बनने के लिए जरूरी हैं कुछ गुण
मैं बीकॉम का छात्रा हूं. मैं न्यूज रीडिंग का कोर्स करना चाहती हूं. कृपया इससे जुड़े संस्थानों के बारे में बताएं. क्या इस कोर्स को करने के बाद जॉब मिल सकती है? -अर्चना रॉय न्यूज रीडर (समाचार वाचक) बनने के लिए सबसे पहले एक अच्छी, साफ और प्रभावी आवाज के साथ अच्छे व्यक्तित्व को होना […]
मैं बीकॉम का छात्रा हूं. मैं न्यूज रीडिंग का कोर्स करना चाहती हूं. कृपया इससे जुड़े संस्थानों के बारे में बताएं. क्या इस कोर्स को करने के बाद जॉब मिल सकती है?
-अर्चना रॉय
न्यूज रीडर (समाचार वाचक) बनने के लिए सबसे पहले एक अच्छी, साफ और प्रभावी आवाज के साथ अच्छे व्यक्तित्व को होना जरूरी है. इस क्षेत्र में आपके कान्फिडेंस और कम्युनिकेशन स्किल की बड़ी भूमिका होती है. आप इसके साथ ही मास कम्युनिकेशन का डिप्लोमा करके इस राह में आगे बढ़ सकती हैं. आप ग्रेजुएशन के साथ डिस्टेंस एजुकेशन के द्वारा इग्नू, नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी या अन्य संस्थान से मास कम्युनिकेशन का डिप्लोमा या पीजी डिप्लोमा करके एक ट्रेनी के रूप में शुरुआत कर सकती हैं.
मैंने 48.2 प्रतिशत अंकों के साथ इंटरमीडिएट पास किया है. फिलहाल, मैं बीएससी (आइटी) प्रथम वर्ष का छात्र हूं. अंक कम होने की वजह से क्या इस क्षेत्र में कोई समस्या आयेगी? या फिर मुझे सरकारी नौकरी की तैयारी करनी चाहिए. कृपया उचित मार्गदर्शन करें.
-प्रेम कुमार, रांची.
आप अपने इंटरमीडिएट के अंकों के बारे में सोचना बंद करें और अपनी बीएससी की पढ़ाई के साथ-साथ स्पेशलाइजेशन पर ध्यान दें. अपनी रुचि के अनुसार प्रोग्रामिंग, हार्डवेयर-नेटवर्किंग या डाटाबेस आदि के इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन कोर्स ऑनलाइन कर सकते हैं. ज्यादातर इंटरव्यू में ग्रेजुएशन के अंकों और आपके ज्ञान को देखा जाता है. कुछ जॉब्स के लिए 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएशन के अंकों के लिए अलग से योग्यता तयी की जाती है.
मैंने 2011 में मैट्रिक और 2013 में आइएससी पास किया है. मेेरे पिता मजदूरी करते हैं. अभी मैं बीएससी केमेस्ट्री से कर रहा हूं. मैंने 85 प्रतिशत अंकों के साथ फिटर ट्रेड से आइटीआइ भी किया है. कृपया बताएं आगे मैं क्या कर सकता हूं?
-राज कुमार
आपकी पढ़ाई में दिशा में कमी महसूस होती है. आप चाहें तो अभी फिटर के तौर पर जॉब शुरू कर सकते हैं और ग्रेजुएशन डिस्टेंस एजुकेशन से भी कर सकते हैं. ग्रेजुएशन के बाद सुपरवाइजर ट्रेनी के रूप में कैरियर शुरू करके आगे बढ़ सकते हैं.
मैं जूलॉजी (ऑनर्स) कर रहा हूं. साथ में कंप्यूटर कोर्स करना चाहता हूं. कृपया जमशेदपुर में कुछ अच्छे कंप्यूटर कोर्स के बारे में बताएं.
-जीत डे
अगर आप ग्रेजुएशन कर रहे हैं तो आप साथ में ही पीजी डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशन जैसे कोर्स प्राइवेट इंस्टीट्यूट से कर सकते हैं और अपने रुचि के क्षेत्र में कैरियर बना सकते हैं. आपके शहर में कुछ इंस्टीट्यूट एनआइआइटी, एपटेक, आइसीए, एरिना, न्यू हॉरिजन, एसटीजी आदि हैं.
मैं राजनीति विज्ञान से स्नातक कर चुका हूं. आगे एमए के साथ आइटीआइ भी करना चाहता हूं. क्या दोनों एक साथ कर पाना संभव है? मैं रेलवे की तैयारी भी कर रहा हूं. कृपया मेरा मार्गदर्शन करें.
पंकज कुमार
अगर आप राजनीति विज्ञान से ग्रेजुएशन कर चुके हैं तो आपको आइटीआइ की क्या जरूरत है. दोनों का कोई संबंध नहीं है. अगर आप रेलवे की तैयारी कर रहे हैं तो आइटीआइ करने के बजाय आपको पोस्टग्रेजुएशन के साथ कंप्यूटर जैसे कोर्स करना चाहिए. इससे आपको आगे मदद मिलेगी. जनरल नॉलेज पर भी ध्यान दें आइटीआइ पर समय व्यर्थ न करें.
मैं फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स के साथ 12वीं सीबीएसइ बोर्ड से 81 प्रतिशत अंकों के साथ पास किया है. एक सामान्य कॉलेज से बीसीए कर रहा हूं. मुझे नहीं लगता इसके बाद में मुझे कोई जॉब मिल पायेगी. क्या मुझे बीसीए छोड़कर बीटेक में दाखिला लेना चाहिए? या फिर एमसीए की तैयारी करनी चाहिए. विवेक गुप्ता
अगर आपकी बात सही है तो आज भारत की क्रिकेट टीम में छोटे शहरों के इतने सारे लड़के कैसे सफल हो रहे हैं. आप अपने दिल से कॉलेज का वहम दूर लें और मन लगाकर पढ़ाई करें. आपका कॉलेज एआइसीटीइ मान्यता प्राप्त या यूजीसी से मान्यता प्राप्त विवि का हिस्सा है, यह जरूर सुनिश्चित कर लें. क्योंकि कॉलेज का मान्यता प्राप्त होना ही जरूरी है. आप चाहें तो साथ में सर्टिफिकेशन जैसे डॉट नेट, जावा, ओरेकल आदि कर लें, तो जॉब मिलने में आसानी होगी. अब बीटेक करने का ख्याल दिल से निकाल दें, आगे आप एमसीए कर सकते हैं. कंप्यूटर के ज्ञान के साथ आप अपने व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान दें. जैसे कम्युनिकेशन, कान्फिडेंस, सामान्य ज्ञान आदि.
– मेरे आइएससी मैथ्स और मैट्रिकुलेशन सहित सारे जरूरी प्रमाणपत्र कुछ दिनों पहले खो गये हैं. फिलहाल, इग्नू में बीएससी मैथ्स कर रहा हूं. क्या मैं बिना किसी समस्या के कॉलेज डिग्री हासिल कर सकता हूं? मैं काफी मेहनत के साथ आइएएस की तैयारी कर रहा हूं. क्या जरूरी कागजातों की समस्याएं आगे भी आयेंगी? कृपया मेरा मार्गदर्शन करें.
कौशल झा
आप अपनी सबसे पहली प्राथमिकता डुप्लीकेट सर्टिफिकेट हासिल करने को बनाकर पूरी कोशिश से जुट जायें, क्योंकि उसके बिना आप आगे नहीं बढ़ पायेंगे. उम्मीद है कि आपने अपने सर्टिफिकेट खोने की रिपोर्ट (एफआइआर) थाने में जरूर दर्ज करा दी होगी. क्योंकि एफआइआर का होना अतिआवश्यक है. आप अपने स्कूल या कॉलेज के माध्यम से यह प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं. इसमें काफी समय भी लगता है.
कैरियर के साथ कर सकते हैं देश-विदेश की यात्रा
मैं 11वीं कॉमर्स विषय से कर रहा हूं. मुझे नये-नये स्थानों पर घूमना, नयी संस्कृति और खान-पान को जानना पसंद है. मेरे शौक को देखते हुए कृपया इससे जुड़े कैरियर के बारे में बताएं.
– सत्यम शॉ
आप अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान देते हुए अच्छी तरह से पूरी करें और अपने चुने हुए कैरियर में अच्छा नाम कमाएं. उसके बाद आप जहां चाहें घूमने जा सकते हैं. यह तो हुआ सही और सीधा मार्ग. अब बात करते हैं अन्य संभावनाओं की. आप ट्रेवल एंड टूरिज्म के क्षेत्र ट्रेनिंग करके, अच्छी इंगलिश के साथ एक विदेशी भाषा जैसे- जापानीज, स्पेनिश, फ्रेंच, जर्मन, चाइनीज आदि सीख कर टूर को-ऑर्डिनेटर या गाइड बन कर जगह-जगह घूम सकते हैं. आप हिस्ट्री की पढ़ाई करके पुरातत्व विभाग के द्वारा भी बहुत घूम सकते हैं. कॉमर्स के भी क्षेत्र मेें पढ़ाई के साथ इंटरनेशनल कॉरपोरेट लॉ, इंटरनेशनल बिजनेस एक्सपर्ट जैसे कैरियर की मदद से आप देश-विदेश की यात्रा कर सकते हैं.
कैरियर सलाह
अनिल सेठी
मोटिवेटर एंड काउंसेलर
www.askanilsethi.com
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