।। दक्षा वैदकर।।
इन दिनों फेसबुक पर अपनी खूबियां बढ़ा-चढ़ा कर बताने का ट्रेंड चल रहा है. हर कोई होटल्स, पार्टीज, बड़ी गाड़ियों, डिजाइनर ड्रेसेज, फेमस लोगों के साथ फोटो डाल रहा है. कई लोग तो अपनी दिनचर्या भी डाल रहे हैं, ताकि लोगों को पता चले कि वे कितने बिजी और कितने फेमस हैं. ऐसे लोग यह नहीं जानते कि आपकी इस तरह की हरकत आपकी छवि खराब करती है. जो लोग आपको करीब से जानते हैं, वे भी आपकी कीमत घटा देते हैं, यह सोच कर कि यह मार्केट में अपनी नकली छवि बनाता है. नकली किस्म का इनसान है. याद रहे, अगर किसी व्यक्ति को यह बोलना पड़े कि वह बहुत फेमस व्यक्ति है, तो वह फेमस नहीं है.
अगर किसी को बोलना पड़े कि वह बहुत अमीर व्यक्ति है, तो वह अमीर नहीं है. आप क्या हो, यह लोग आपके मुंह से नहीं सुनना चाहते हैं. वे तो खुद आपको ऑब्जर्व कर पता लगा लेते हैं. आप कैसे लोगों के साथ उठते-बैठते हैं, किस तरह की किताबें पढ़ते हैं, कैसी फिल्में देखते हैं, किन जोक्स पर हंसते हैं; इस तरह की बातें ही आपकी छवि बनाती हैं.
एक डॉक्टर हैं, जो लगभग हर दूसरे दिन किसी मरीज के साथ अपनी फोटो फेसबुक पर डालते हैं और लिखते हैं कि ‘मैंने इस मरीज का आज इलाज किया. इसने मुङो ढेर सारी दुआएं दी. मेरा इस पेशे में आना सफल हो गया.’ वे यह नहीं सोचते कि इस तरह अपनी शेखी बघारने से उनकी छवि खराब हो रही है. पिछले दिनों उन्होंने लिखा, ‘मैंने अपने परिवार को बाहर खाना खिलाने का वादा किया था, लेकिन क्लिनिक में बहुत सारे मरीज आ जाने की वजह से मुङो प्लान कैंसिल करना पड़ा. आफ्टर ऑल, काम पहले होना चाहिए.’ डॉक्टर यहां पर भी नहीं रुके. उन्होंने क्लिनिक में जमी भीड़ का फोटो अपने मोबाइल से खींचा और उसे फेसबुक पर अपलोड किया. आप अंदाजा लगा सकते हैं कि फेसबुक पर उनसे जुड़े हजारों लोगों ने क्या सोचा होगा. ऐसे लोगों को केवल एक ही सलाह है कि आप जो हैं, वही लोगों को दिखाएं. जो नहीं हैं, उसे दिखाने की कोशिश करेंगे, तो एक न एक दिन आपकी पोल खुल ही जायेगी.
बात पते की..
यदि आप चाहते हैं कि लोग आपको महान समङों, तो आपको कर्म करने होंगे. चीजें दान करते हुए फोटो एफबी पर डालने से महान नहीं होंगे.
नकली रहन-सहन व छवि दिखा कर लोगों को इम्प्रैस करने की कोशिश न करें. जो हैं, वही दिखाएं. इस तरह लोग आपसे ज्यादा इम्प्रैस होंगे.