माइकल जैक्सन को दुनिया छोड़े छह साल हो चुके हैं. लेकिन उनके प्रशंसकों की आज भी कोई कमी नहीं.
माइकल जैक्सन का 1982 में एक एलबम आया था, ‘थ्रिलर’. केवल अमरीका में ही इसकी 30 करोड़ कॉपियां बिक चुकी हैं, जबकि पूरी दुनिया में इसकी 100 करोड़ से ज़्यादा प्रतियां बिकी हैं.
‘थ्रिलर’ को आठ ग्रैमी अवॉर्ड मिले हैं जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड है.
दिल्ली के एक क्लब फ़्लैशबैक बैंड में काम करने वाले वासव कहते हैं कि आज भी जैक्सन की दीवानगी उतनी ही है.
इंदौर में ट्रैफ़िक पुलिस में काम करने वाले रणजीत सिंह का अनुभव माइकल जैक्सन को लेकर काफ़ी अलग है.
वो कहते हैं कि माइकल जैक्सन की वजह से आज इंदौर का ट्रैफ़िक सुचारू रूप से चल रहा है. रणजीत कहते हैं कि मूनवॉक (माइकल जैक्सन का चर्चित डांस स्टेप) सबसे आसान लगता है.
वो ट्रैफिक को कंट्रोल करने के लिए माइकल जैक्सन के एक्शन का इस्तेमाल करते हैं, क्योंकि लोग माइकल जैक्सन के मून वॉक को जानते हैं.
माइकल की तरह डांस कर वो पिछले छह साल से ट्रैफिक कंट्रोल कर रहे हैं. रणजीत आज हैरान हैं कि उनके इस स्टाइल को लोग पसंद करते हैं.
एंथनी दिल्ली के एक इंग्लिश रेडियो एफ़एम चैनल के हेड हैं. वो कहते हैं, "आज भी माइकल जैक्सन नाइट्स बराबर हिट होती हैं. उनका संगीत अगर कोई एक बार सुन ले तो उससे प्यार किए बिना नहीं रह सकता."
मुंबई के गौरांस सातवीं कक्षा में पढ़ते हैं. लेकिन लोग उन्हें आज माइकल जैक्सन की वजह से जानते हैं. गोरांस टीवी के डांस शो में अक्सर नज़र आते हैं.
गौरांस तीन साल की उम्र से डांस कर रहे हैं. फिल्म ‘एबीसीडी-2’ में भी अपने डांस का जलवा दिखा चुके हैं.
निखिल गंगवानी पूणे में रहते हैं. वे खुद को माइकल जैक्सन का सबसे बड़ा फैन मानते हैं. उनके पास माइकल जैक्सन से जुड़ी चीज़ों का संग्रह है.
वो कहते हैं कि उनकी रोजी-रोटी माइकल जैक्सन की वजह से चल रही है.
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