डिजीटल टीम
पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान आज शाम पांच थम गया. जिन जिलों में चुनाव हुए वे हैं समस्तीपुर, खगडिया, बेगूसराय, मुंगेर, भागलपुर, जमुई, बांका, शेखपुरा, लखीसराय, नवादा. पहले चरण के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर कुछ इलाकों में तीन बजे, कुल इलाकों में चार बजे और अधिकतर सीटों पर शाम पांच बजे थमा. मतदान के बाद शाम छह बजे दिल्ली में प्रेस कान्फ्रेंस कर चुनाव आयोग ने मतदान का ब्योरा दिया. आयोग के अधिकारी ने बताया कि दस जिलों की 49 सीटों पर कुल 57 प्रतिशत वोट पड़े हैं.पुरुष वोटरों ने जहां 54.5 प्रतिशत वोट किया, वहीं महिला वोटरों ने 59.5 प्रतिशत मतदान किया. यानी महिलाओं ने छह प्रतिशत अधिक वोट किया. उन्होंने बताया कि अबतक पेड न्यूज के भी दो मामले सामने आये हैं.
इस दौरान जमुई में हिंसा हुई, वहीं मुंगेर में राजद व भाजपा में हल्की झड़प हुई. जमुई में चकाई सीट से एनडीए की ओर से लोजपा प्रत्याशी विजय सिंह के साथ मारपीट की गयी और गोली भी चली.हालांकिवियज सिंह बाल बाल बच गये. बताया जा रहा है कि उनके वाहन पर सोन्हो के निकट महेश्वरी गांव में हमला हुआ. इसे राजनीतिक वर्चस्व से जुड़ा माना जा रहा है. वहीं बेगूसराय की साहेबपुर कमाल क्षेत्र में बूथ संख्या 44 पर तैनात सिपाही रामप्रवेश सिंह की हर्टअटैक से मौत हो गयी.
इस चुनाव में सुरक्षा के बेहद चाक चौबंद बंदोबस्त किये गये थे. एक लाख 20 हजार सुरक्षा बलों की मुस्तैदी में वोटरों ने 583 उम्मीदवारों की किस्मत पर मुहर लगायी है. इस चरण में एक करोड़ 35 लाख से अधिक मतदाता मताधिकार का प्रयोग कर सकते थे. इस चरण में पांच हेलीकाॅप्टर व ड्रोन कैमरों से मतदान व सुरक्षा पर नजर रखी जा रही थी. दियारा क्षेत्रों में 33 मोटर बोट का प्रयोग सुरक्षा के लिए किया गया.
यहां इस समय थमी वोटिंग
दोपहर तीन बजे तक तारापुर, जमालपुर, सूर्यगढ़ा, रजौली,गोविंदपुर, सिकंदरा, जमुई, झाझाव चकाई सीट पर मतदान थम गया. इन सीटों या इसके कुछ इलाकों पर नक्सलियों का प्रभाव है. इसलिए सुरक्षा कारणों से यहां ऐसा किया गया. वहीं, शाम चार बजे तक बेगूसराय के अलौली व बेलदौर व बांका की बेलहर व कटोरिया सीट पर मतदान थम गया. बाकी सीटों पर शाम पांच बजे मतदान थमा. इनमें कल्याणपुर, वारिसनगर, समस्तीपुर, उजियारपुर, मोरवा, सरायरंजन, मोहिउद्दीननगर, विभूतिपुर, रोसडा, हसनपुर, चेरिया बरियारपुर, बछवाडा, तेघडा, मटिहानी, साहेबपुर कमाल, बेगूसराय, बखरी, खगडिया, परबत्ता, बिहपुर, गोपालपुर, पीरपैंती, कहलगांव, भागलपुर, सुलतानगंज, नाथनगर, अमरपुर, धोरैया, बांका, मुंगेर, लखीसराय, बरबीघा, हिसुआ, नवादा, गोविंदपुर, वारसलीगंज शामिल हैं.
ऐसा बढा वोटिंग प्रतिशत
पहले चरण में वोटिंग का प्रतिशत दिन चढने के साथ तेज हुआ. सुबह आठ बजे तक सात प्रतिशत वोट पड़े, जबकि नौ बजे तक 11 प्रतिशत वोट पड़े. दोपहर 12 बजे तक 33 प्रतिशत, दोपहर दो बजे तक 40 प्रतिशत वोट पड़े, जबकि दोपहर तीन बजे तक वोट प्रतिशत 49 हो गयी. शाम चार बजे तक इन सीटों पर 52 प्रतिशत वोटिंग हुई. इस समय तक सबसे ज्यादा खगडिया में 61 व सबसे कम नवादा में 47 प्रतिशत वोट पड़े थे. पिछली बार पहले चरण के इन्हीं जिलों में 50.90 प्रतिशत वोट पड़े थे. इस बार यह प्रतिशत बढ़ा और यह 57 प्रतिशत तक गया. यानी इन्हीं जिलों मेंछह प्रतिशतसे अधिक वोट बढा.
नक्सल प्रभावित सीटों पर 60.67 प्रतिशत वोटिंग
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में वोटिंग प्रतिशत पिछली बार से बेहतर रहा है. जमुई में 59.9 प्रतिशत, झाझा में 55.1 प्रतिशत, सिकंदरा सीट पर 55 प्रतिशत, चकाई सीट पर 58 प्रतिशत मतदान हुआ है. इस नक्सल प्रभावित जिले में में कुल 56.85 प्रतिशत वोट पड़ा है, जो पिछले विधानसभा चुनाव के 49.49 प्रतिशत से काफी आगे है. इसी तरह मुंगेर के तारापुर में 53 प्रतिशत, जमालपुर में 54.1 प्रतिशत वोट पड़े.सूर्यगढा में 50 प्रतिशत, रजौली में 49 प्रतिशत, गोविंदपुर में 52 प्रतिशत वोट पड़े. जमुई को छोड़ इन सीटों का वोटिंग प्रतिशत का औसत 64.5 है. यानी नक्सल प्रभावित नौ सीटों पर 60.67 प्रतिशत वोट पड़े. इस तरह चार बजे तक जिन सीटों पर वोट होना था उनमें खगडिया के अलाैली में 61 प्रतिशत व बेलदौर में 61.5 प्रतिशत वोट पड़े, जबकि बांका के कटाेरिया में 58 व बेलहर में 49 प्रतिशत वोट पड़े. यानी चार बजे तक वोटिंग वाली सीटों पर वोट प्रतिशत 57.37 प्रतिशत रहा.