डॉक्टरी दुनिया में यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है. डॉक्टर इसे प्लास्टिक सर्जरी तकनीक का ही एक रूप मानते हैं. डॉक्टरों का दावा है कि इस तकनीक से बनी नाक प्राकृतिक नाक की तरह ही काम करेगी.
आपने खेतों में आलू-प्याज तो उगते देखा होगा, मगर क्या आपने कभी नाक की खेती के बारे में सुना है! हां, वहीं नाक जिससे आप सांस लेते हैं. आप मानें या ना मानें मगर यह सच है. चीन के डॉक्टर नाक की खेती कर रहे हैं. दरअसल, चीन के 22 वर्षीय युवक जियाओलिन की नाक कार दुर्घटना में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी. उसकी नाक पर इतनी ज्यादा चोट आयी कि उसे सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी.
डॉक्टरों ने बहुत कोशिश की लेकिन वे उसकी नाक ठीक नहीं कर पाये. ऐसे में डॉक्टरों ने उसे एक नयी नाक लगाने का निर्णय लिया. मगर सबसे बड़ा संकट ये था कि नाक मिलता कहां से? ऐसे में डॉक्टरों ने उसके सिर पर एक नाक उगाने का निर्णय लिया. इसके लिए बीज के रूप में जियाओलिन के पसली की हड्डी लेकर इसे ललाट की त्वचा के नीचे डाला दिया गया. उसके माथे को कुछ इस तरह काटा गया कि वह नाक की तरह दिखे.
धीरे-धीरे ललाट का एक हिस्सा नाक की शक्ल में बढ़ने लगा. माथे की त्वचा भी हड्डी बढ़ने के साथ-साथ फैलती रहे इसके लिए माथे की त्वचा के नीचे टिश्यू एक्सपैंडर डाला गया. फिलहाल यह नाक धीरे-धीरे बढ़ रही है. अभी यह अर्धविकसित हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि पूरी तरह विकिसत होने के बाद वे इसे असली नाक की जगह लगा देंगे. यह पूरी तरह प्राकृतिक नाक की तरह ही काम करेगा. डॉक्टरी दुनिया में यह अपनी तरह का पहला प्रयोग है. डॉक्टर इसे प्लास्टिक सर्जरी तकनीक का ही एक रूप मानते हैं.