उन्होंने कहा कि अगर मेरे पास 10 होटल हैं तो साबित करें, सारा होटल मैं उनके नाम कर दूंगा. मैं तो पटना का हूं और यहां मेरे बाप-दादा द्वारा अर्जित संपति है. वे तो पटना में लोटा-थाली लेकर आये थे. आज पटना सहित देश के अन्य भागों में करोड़ों की अकूत चल-अचल संपति अर्जित की है, उसका हिसाब बिहार की जनता को दीजिए. उन्होंने सिर्फ अपना और अपने परिवार का विकास किया है.
यह 1990 का नहीं 2015 का बिहार है. जिन्होंने 67 साल बिहार पर राज किया है आज वह महागंठबंधन के रूप में बिहार के 62 प्रतिशत युवा मतदाताओं के सामने हैं. युवाओं का तय करना है कि वे नरेंद्र मोदी के विकास की राजनीति पर या लालू के विकास विरोधी राजनीति पर वोट करना चाहते हैं.