गोपालगंज : आप रेलयात्रा करना चाहते हैं, तो आरक्षित टिकट का टेंशन नहीं है. आपको फर्जी आधार कार्ड पर सुरक्षित यात्रा की व्यवस्था सीवान जंकशन पर की गयी है. यहां आपको पल भर में वैशाली और संपर्क क्रांति, गरीब रथ जैसी ट्रेनों के टिकट उपलब्ध हो जायेंगे. पूरी यात्रा में टीटीइ भी आपको तंग नहीं करेंगे.
आपकी तसवीर लगा कर फर्जी आधार कार्ड पांच मिनट में बन कर तैयार हो जायेगा. हम बात कर रहे हैं सीवान जंकशन के आगे सड़क के दक्षिण स्थित रेलवे के प्राइवेट टिकट काउंटर की. यहां यात्री जेनरल टिकट कटवाने के लिए पहुंचते हैं. एक रुपया अधिक लेकर जेनरल टिकट काटने के लिए रेलवे ने अधिकृत किया है. जेनरल टिकट के लिए जानेवाले यात्री को यह बताया जाता है कि आरक्षित टिकट चाहिए तो उपलब्ध हो जायेगा. इसके लिए 1600 से 1800 रुपये तक का खर्च आयेगा.
अगर यात्री तैयार हो गया तो तत्काल उसे टिकट दूसरे के नाम से पहले से आरक्षित को थमा दिया जाता है. इतना ही नहीं उसकी तसवीर लेकर बजाप्ता उसे फर्जी आधार कार्ड भी टिकटवाले पते पर उपलब्ध करा दिया जाता. इस खेल में सीवान रेलवे जंकशन के कई बड़े अधिकारी भी शामिल हैं. नीचे दिये गये केस तो महज वानगी है. हर दिन यह खेल हो रहा.
कटेया थाना क्षेत्र के बगही गांव के रहनेवाले कन्हैया जायसवाल के पुत्र विजय जायसवाल दिल्ली की दवा कंपनी में काम करते हैं. 28 जून को दिल्ली लौटना हुआ. जब जंकशन पर पहुंचे, तो जेनरल टिकट कटाने में लंबा कतार देख स्टेशन के बाहर प्राइवेट टिकट काउंटर पर चले गये, जहां संचालक ने संपर्क क्रांति में आरक्षित टिकट उपलब्ध कराने को कहा.
इसके लिए 1600 रुपये की मांग की गयी. जब विजय के हाथ संजीव कुमार के नाम टिकट मिला, तो वे चौक गये. वे इस टिकट पर कैसे यात्रा करेंगे पूछने लगे. तत्काल काउंटर संचालक ने उनकी तसवीर अपने कैमरे से ली और पांच मिनट में फर्जी आधार कार्ड बना कर थमा दिया.
दिल्ली के एक अखबार में काम करनेवाले पत्रकार अनूप पांडेय भी इस काउंटर के फर्जीवाड़े के शिकार हुए. वह कटेया के लोहटी के रहनेवाले हैं.
सीवान जंकशन पर भीड़ से बचने के लिए जेनरल टिकट कटाने के लिए उसी प्राइवेट टिकट काउंटर पर पहुंच गये. उनको वैशाली का टिकट उपलब्ध कराया गया. टिकट मुकेश कुमार सीवान के रहनेवाले के नाम दिया गया. अनूप को भी पांच मिनट में फर्जी आधार कार्ड बना कर उपलब्ध करा दिया गया.
क्या कहते हैं अधिकारी
सीवान जंकशन पर फर्जीवाड़े का खेल पहले से चलने की सूचना मिली थी. लेकिन, किसी यात्री के द्वारा लिखित शिकायत नहीं की गयी. यात्री अगर लिखित शिकायत करते हैं, तो तत्काल पूरे मामले की विजिलेंस से जांच कर कार्रवाई की जायेगी.
एसके कश्यप, डीआरएम वाराणसी