इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में लिंगानुपात की गिरावट को रोक कर बेटों के मुकाबले बेटियों की संख्या बढ़ाने के लिए आधुनिक तकनीक की मदद से खास मुहिम शुरू की गयी है. 2011 की जनगणना के मुताबिक जिले में हर एक हजार लड़कों पर महज 892 लड़कियां बची हैं.
अधिकारियों ने बताया कि इट्स ऑल अबाउट सेविंग द गर्ल चाइल्ड के नाम से चलायी जा रही मुहिम के तहत सोनोग्राफी मशीनों में विशेष ट्रैकिंग उपकरण लगाया जा रहा है, ताकि इन मशीनों के दुरुपयोग से भ्रूण का लिंग जांचने के गैरकानूनी गोरखधंधे पर प्रभावी रोक लगायी जा सके.
ऐसे काम करेगा उपकरण : सोनोग्राफी मशीन के चालू होते ही ट्रैकिंग उपकरण भी अपने आप शुरू हो जायेगा. इस उपकरण की मदद से सोनोग्राफी मशीन के जरिये होनेवाली हर जांच की विडियो रिकॉर्डिग भी की जा सकेगी.
ट्रैकिंग उपकरण लगने के बाद सोनोग्राफी मशीन से भ्रूण की लिंग जांच होते ही प्रशासन को न केवल फौरन इसकी सूचना मिल जायेगी, बल्किसंबंधित दृश्य भी उसके पास पहुंच जायेंगे. इन सोनोग्राफी मशीनों में ट्रैकिंग उपकरण के साथ-साथ ग्लोबल पोजिशिनंग सिस्टम (जीपीएस) भी लगाये जायेंगे, ताकि इन मशीनों के ट्रांसपोर्टेशन पर भी सीधी निगाह रखी जा सके.