भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो इस साल आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा केंद्र से कुल पांच रॉकेट प्रक्षेपित करने जा रहा है. पांच रॉकेटों में से चार रॉकेटों का प्रक्षेपण इस साल जून से दिसंबर के दौरान किये जाने की संभावना है.
मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक अभी इस योजना पर काम चल रहा है, इसलिए पुख्ता जानकारी नहीं है कि किस महीने में किस तारीख को इन रॉकेटों का प्रक्षेपण किया जायेगा. इस साल के अंत तक एक रिमोट सेंसिंग उपग्रह को भी अंतरिक्ष में भेजने की इसरो की योजना है.
गौरतलब है कि इस योजना के साथ ही मंगल ग्रह पर भी एक मिशन भेजने की इसरो तैयारी कर रहा है, जो इसी साल संभव हो सकता है. चार रॉकेटों में से एक जी-सैट नामक संचार उपग्रह है, जिसे जीएसएलवी से भेजे जाने की खबर है.
इस साल जून के मध्य में जी-सैट के प्रक्षेपण से पहले ही नौपरिवहन संबंधी उपग्रह, इंडियन रीजनल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम यानी आइआरएनएसएस-आर1ए को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी है. आइआरएनएसएस-आर1ए सटीक समय निर्धारण, नौपरिवहन आदि की जानकारी देने के लिए पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षेपित होने वाले सात उपग्रहों में से पहला उपग्रह है. अभी फिलहाल रॉकेटों का निर्माण कार्य प्रगति पर है.