दक्षा वैदकर
पिछले दिनों मैंने एक आर्टिकल पढ़ा. इसमें किताब पढ़ने के फायदे बताये गये थे, तो मैंने सोचा कि क्यों न इसे ही शेयर किया जाये. इस कॉलम को पढ़ कर वे लोग जरूर कोई किताब पढ़ना शुरू कर देंगे, जो इन दिनों तनाव में रहते हैं. खासतौर पर स्कूल व कॉलेज के स्टूडेंट्स, जिन्हें परीक्षा के बाद अब रिजल्ट का टेंशन सताने लगा है.
इस आर्टिकल में बताया गया है कि किताब पढ़ना आपके तनाव को कम करता है, क्योंकि यह एक तरह की शांतिपूर्ण गतिविधि होती है. यह ऐसी गतिविधि नहीं है, जो आपके विचारों को उत्तेजित करे. हां, किताब पढ़ने के दौरान यह जरूर देखें कि आप किस तरह की किताब पढ़ रहे हैं.
याद रहे कि अवसाद और तनावग्रस्त होने पर हमेशा दिमाग को शांत करने वाली या फिर मन को हल्का करने वाली किताब ही पढ़ें, आपको अच्छा लगेगा. किताब पढ़ने का दूसरा फायदा यह है कि ये आपका अकेलापन दूर करती है. आप दुनिया में कहीं भी चले जाएं, किताब आपको कभी अकेला नहीं छोड़ेगी. किताब तनाव से दूर ले जाती है और उन विचारों से दूर ले जाती है, जो आपको परेशान करते हैं. तीसरा फायदा, तनाव के दौरान तरह-तरह की फालतू बातें दिमाग में आती हैं. ऐसे में मन शांत रहे, यह काम मुश्किल हो जाता है. दिमाग में आई फालतू बातों पर लगाम लगाने का काम करती हैं किताबें. तनाव में किताब पढ़ने से दिमाग में मौजूद फालतू बातें बाहर निकल जाती हैं. क्योंकि आप एकाग्रचित्त हो कर किताब पढ़ रहे होते हैं.
चौथा फायदा, पढ़ाई एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें आपको अपने शरीर को भी कष्ट नहीं पहुंचाना होता है. तनाव के दौरान यूं भी कुछ करने का मन नहीं करता. ऐसे में आप चुपचाप कहीं भी बैठ कर आराम से कोई किताब पढ़ सकते हैं. पांचवां फायदा, कई बार हम स्वकेंद्रित हो जाते हैं. कुछ नया नहीं सोच पाते हैं, सिर्फ और सिर्फ खुद के बारे में सोचने लगते हैं. पर किताब पढ़ने के दौरान आपके सामने कई सारी ऐसी बातें होती हैं, जो आप पर केंद्रित नहीं होती हैं. ऐसे में एक तरह से आपकी अन्य बातों को सोचने की क्षमता का विकास ही होता है.
बात पते की..
– यदि आप लंबे तनावपूर्ण दिन के बाद कोई अच्छी-सी किताब पढ़ते हैं, तो आपका सारा तनाव छू-मंतर हो जायेगा. आपको अच्छा महसूस होगा.
– यदि आपके साथ कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा है, आपके दिमाग में तरह-तरह के बुरे ख्याल बेवजह आ रहे हैं, तो किताब पढ़ने की आदत डालें.