पटना: कितने अजीब रिश्ते हैं यहां पर, दो पल मिलते हैं, साथ-साथ चलते हैं, जब मोड़ आये तो बच के निकलते हैं.. पेज थ्री का यह गाना लिव इन रिलेशन में रह रहे युवाओं के रिश्ते की सच्चई बयां कर रहा है. यहां दो अनजान आपसी समझ के साथ रिश्ते तो बना रहे हैं, लेकिन उसे लंबे समय तक निभा नहीं पा रहे हैं. ऐसे में लिव इन रिलेशन के फेर में युवतियां अपना कैरियर भी बरबाद कर रही हैं. अचानक जब उनके रिश्ते खत्म होने के कगार पर आते हैं, तो वे इसे बरदाश्त नहीं कर पाती हैं. इसे बचाने के लिए वे कोर्ट व महिला आयोग की शरण ले रही हैं. कोर्ट-कचहरी का चक्कर उनके कैरियर पर भारी पड़ रहा है.
कैरियर पर असर
लिव इन रिलेशन जहां महिलाओं को जिंदगी जीने की आजादी दे रहा है, वहीं उनके कैरियर पर भी भारी पड़ रहा है. महिला आयोग हो या कोर्ट, वहां तरह के मामले दर्ज किये गये हैं, जिससे स्पष्ट है कि ऐसे रिश्तों के कारण लड़कियों के कैरियर बरबाद हो रहे हैं. वे अपने को ठगी महसूस करती हैं.
आयोग में बढ़े मामले
महिला आयोग सदस्य रीना ने बताया कि आयोग में लिव इन रिलेशन के मामलों में वृद्धि हुई है. लड़कियां इस रिश्ते को बना तो रही हैं, पर टूटने पर वे इसे ङोल नहीं पा रही हैं. कुछ मामलों में तो गर्भवती होने पर बच्चे की जांच के लिए डीएन टेस्ट के बाद भी बच्चे को अपनाने से लड़के इनकार कर रहे हैं.
कोर्ट में भी आ रहे हैं केस
पटना हाइकोर्ट की वकील निशा बताती हैं कि वर्ष 2014 में लिव इन रिलेशन के कुल 13 मामले दर्ज किये गये हैं. वहीं इस वर्ष अब तक दो मामले सामने आये हैं. इनमें ज्यादातर मामले कॉरपोरेट सेक्टर से जुड़े हैं. उन्होंने बताया कि खास कर युवतियां पश्चिमी सभ्यता को अपना रही हैं, लेकिन उन्हें कानून की कोई जानकारी नहीं होती. इससे कई मामलों में वे चाह कर भी क्लेम नहीं कर पाती हैं. ऐसे में वे न तो कैरियर बना पाती हैं और न ही अच्छा लाइफ पार्टनर.
अब शादी से इनकार
इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई करनेवाली छात्रा अपने ही कॉलेज के सीनियर राहुल से प्यार कर बैठी. कॉलेज के दिनों से दोनों लिव इन रिलेशन में रहने लगे. दोनों की आपसी सहमति से शारीरिक संबंध भी यह कह कर बनाये कि नौकरी होने के बाद दोनों एक-दूसरे से शादी कर लेंगे. छात्रा को कुछ दिनों तक तो यह सब बहुत अच्छा लगा. पढ़ाई खत्म होने के बाद राहुल को नौकरी भी लग गयी. इसके बाद जब छात्रा ने राहुल से शादी करने की बात कही तो, वह सीधे तौर पर शादी से इनकार कर दिया. यहां तक कि छात्रा प्रेग्नेंट हो गयी. इसके बाद भी वह उसे अपनाने से इनकार कर रहा. अब छात्रा ने महिला आयोग से गुहार लगायी है.
कोर्ट का चक्कर
जेडी वीमेंस कॉलेज की छात्रा पढ़ाई करने के बाद निजी कंपनी में काम करने लगी. वहां ऑफिस के एक कलिग से प्यार हो गया और उनके साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी. साल भर ठीक से मामला चला भी नहीं कि एक साल बाद ही उसे अपने कलिग के किसी दूसरी महिला के साथ संबंध होने की जानकारी मिली. जब छात्रा ने इस संबंध में अपने पार्टनर से बात की, तो उन्होंने छात्रा को सीधे तौर पर संबंध खत्म करने की बात कही. इसका कुप्रभाव उसके कैरियर पर भी पड़ गया. लिव इन रिलेशन की जानकारी जब उसके ऑफिस के बॉस को मिली तो, उसे नौकरी से भी निकाल दिया. अब वह कोर्ट का चक्कर लगा रही है.
पड़ गयी बीमार
गांव से मेडिकल करने का सपना लिये राजधानी पहुंची छात्रा को जल्द ही शहर की आबो हवा लग गयी. अपने दोस्तों की देखा-देखी में उसने मेडिकल की अच्छी तैयारी के लिए अपने बैचमेट के साथ लिव इन रिलेशन में रहने लगी. साथ ही मेडिकल की तैयारी में भी लग गयी. कुछ साल बाद छात्रा को दूसरे में जाकर एमबीए करने का मन किया. इसकी तैयारी को लेकर उसने अपने बैचमेट से बात की. इस पर उसके बैचमेट ने छात्रा से रिश्ते को खत्म करने की बात कही. इसे लेकर छात्र मानसिक रूप से परेशान हो गयी. वह बीमार पड़ गयी. आज भी उसका इलाज चल रहा है. इसे लेकर उसके परिजन काफी परेशान हैं.
ऐसे बरतें सावधानी
रिलेशन में बंधने से पहले खुद को मजबूत बनाएं
लिव इन रिलेशन के दायरे को समङों
सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गयी गाइड लाइन को जानें
ये हैं प्रावधान
लिव इन रिलेशन में तीन साल से अधिक रहने पर मेंटेनेंस की सुविधा
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