स्वस्थ शरीर आपको तरोताजा ही नहीं बनाता, बल्कि आपकी कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है. वहीं स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर शरीर हमें उनके प्रति सजग होने और वक्त पर उस समस्या का उपचार कराने के संकेत भी देने लगता है. मगर हम इन संकेतों को बड़ी ही आसानी से अनदेखा कर देते हैं. इसका नतीजा यह होता है कि जो समस्या शुरुआती दौर में थोड़ी सावधानी बरतने भर से दूर हो सकती थी, वह विकराल रूप लेकर हमारे सामने आ जाती है. इसीलिए जरूरी है शरीर के उन संकेतों को समझना, जो आपके स्वास्थ से जुडे. कई राज आपको बताते हैं.
आंखें बताती हैं किडनी का हाल
अकसर महिलाओं को आंखों के आसपास के हिस्से में सूजन और कालापन होने की शिकायत रहती है. अधिकतर महिलाएं इस समस्या को सौंदर्य समस्या समझ कर कॉस्मेटिक या घरेलू उपचारों के माध्यम से इसका उपचार करना शुरू कर देती हैं. जबकि आंखों के आसपास की सूजन और काले घेरे किडनी की खराबी और असंतुलन का संकेत हो सकते हैं. कई बार पर्याप्त नींद न सो पाने पर भी आंखों के पास सूजन और काले घेरे नजर आने लगते हैं. ऐसे में पर्याप्त नींद लेने पर यह सूजन और घेरे ठीक होने लगते हैं. लेकिन, पर्याप्त नींद सोने पर भी यदि आपकी आंखों के पास सूजन रहती है, तो आंखों के इस संकेत को अनदेखा करना ठीक नहीं. यदि आपकी आंखों की सफेदी पीले रंग में बदल गयी है, तो यह पीलिया का लक्षण हो सकता है. आंखों का रंग लिवर में इनफेक्शन, हेपेटाइटिस या बुखार के कारण भी पीला हो सकता है. इसलिए अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.
रक्त के बहाव को जांचें
अपने हाथ के अंगूठे से पैर के अंगूठे को दो सेकेंड के लिए नीचे की तरफ दबाएं और फिर छोड. दें. आप देखेंगी कि नाखून सफेद हो गया है, हालांकि कुछ ही क्षणों में वह वापस अपने वास्तविक रंग में आने लगेगा. यदि यह प्रक्रिया धीमी गति से हो रही है, तो यह लक्षण है आपके थके होने, ज्यादा भागमभाग से शरीर के प्रभावित होने या खून की कमी का संकेत हो सकता है. ऐसे में आपको जरूरत है अपने व्यस्त दिनचर्या को ठीक तरह से व्यवस्थित करने और अपने लिए आराम के कुछ पल निकालने की. क्योंकि शरीर की यह थकावट किसी समस्या का रूप लेकर आपके सामने आ सकती है.
बहुत कुछ कहती है आपकी जीभ
एक स्वस्थ जीभ गहरी गुलाबी और चिकनी होती है, जिस पर सफेद परत होती है. यदि यह परत मोटी सफेद और पीला रंग लिये हुए नजर आती है तो यह पाचन संबंधी समस्या का संकेत देती है. इससे यह भी पता चलता है कि आपने एंटिबायोटिक दवाओं को ज्यादा मात्रा में खाया है और इससे आपके मुंह के बैक्टीरिया का संतुलन बिगड. गया है.
अपने नाखूनों की जांच करें
नाखूनों में दरार होना या फिर नाखूनों का आकार टेढ़ा-मेढ़ा होना पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत देता है. नाखून यदि ऊपर की तरफ मुडे. हैं तो आपको हृदय या फेफड़ों से संबंधित रोग होने की आशंका हो सकती है. यदि नाखून अपना स्वभाविक घुमाव खो चुके हैं तो इसका मतलब है कि आप गंभीर रूप से एनीमिक हैं.
वहीं भोजन में पौष्टिक तत्वों की कमी, धूम्रपान और रक्त संचार में असंतुलन होने से नाखून पीले और बदरंग हो जाते हैं. नाखूनों के संकेतों को अनदेखा न करें और भोजन में प्रोटीन, कैल्शियम, ताजे फलों और सब्जियों की मात्रा बढ़ाएं.
बालों का झड.ना
बालों के झड.ने की शिकायत महिलाओं में आम होती जा रही है. मौसम में परिवर्तन या सही देखभाल में कमी होने के चलते बालों का झड.ना आम हो सकता है, लेकिन एकाएक हद से ज्यादा बालों का झड.ना थायराइड और हॉरमोन के असंतुलन की समस्या को बयां करता है.
हाल ही में किये गये एक शोध से पता चला है कि ओवरी सिंड्रोम के कारण भी बाल कमजोर हो जाते हैं. ऐसे में बालों के झड.ने की समस्या को अनदेखा करना ठीक नहीं. वहीं लंबे समय से बालों में रूसी का होना भी आम नहीं. लंबे समय से लगातार बालों में रूसी रहने की समस्या तनाव का संकेत देती है. तनाव से और भी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं. यदि यह रूसी हर माह आती है और अपने आप ही खत्म होती रहती है तो यह हॉरमोन के असंतुलन के कारण भी हो सकती है.
अपनी भौहों को देखें
यदि आपकी भौहों के बीच रेखाएं हैं, माथे की त्वचा तैलीय है और अकसर माथे पर लालिमा या खुरदरापन रहता है तो ये लीवर में समस्या होने के संकेत हो सकते हैं. इन संकेतों को परखने वाले लोगों के लिए बेहतर है कि वे मांसाहार से परहेज करें, डेयरी उत्पाद, अंडों और मिर्च-मसालों का सेवन न करें, अल्कोहल, चीनी और ज्यादा पके भोजन से बचें. साथ ही पर्याप्त मात्रा में सलाद खाएं. ताजी हरी सब्जियों का सेवन करें. भोजन को खूब चबा कर खाएं.
स्व स्थ शरीर आपको तरोताजा ही नहीं बनाता, बल्कि आपकी कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है. वहीं स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर शरीर हमें उनके प्रति सजग होने और वक्त पर उस समस्या का उपचार कराने के संकेत भी देने लगता है. मगर हम इन संकेतों को बड़ी ही आसानी से अनदेखा कर देते हैं. इसका नतीजा यह होता है कि जो समस्या शुरुआती दौर में थोड़ी सावधानी बरतने भर से दूर हो सकती थी, वह विकराल रूप लेकर हमारे सामने आ जाती है. इसीलिए जरूरी है शरीर के उन संकेतों को समझना, जो आपके स्वास्थ से जुडे. कई राज आपको बताते हैं.
आंखें बताती हैं किडनी का हाल
अकसर महिलाओं को आंखों के आसपास के हिस्से में सूजन और कालापन होने की शिकायत रहती है. अधिकतर महिलाएं इस समस्या को सौंदर्य समस्या समझ कर कॉस्मेटिक या घरेलू उपचारों के माध्यम से इसका उपचार करना शुरू कर देती हैं. जबकि आंखों के आसपास की सूजन और काले घेरे किडनी की खराबी और असंतुलन का संकेत हो सकते हैं. कई बार पर्याप्त नींद न सो पाने पर भी आंखों के पास सूजन और काले घेरे नजर आने लगते हैं. ऐसे में पर्याप्त नींद लेने पर यह सूजन और घेरे ठीक होने लगते हैं. लेकिन, पर्याप्त नींद सोने पर भी यदि आपकी आंखों के पास सूजन रहती है, तो आंखों के इस संकेत को अनदेखा करना ठीक नहीं. यदि आपकी आंखों की सफेदी पीले रंग में बदल गयी है, तो यह पीलिया का लक्षण हो सकता है. आंखों का रंग लिवर में इनफेक्शन, हेपेटाइटिस या बुखार के कारण भी पीला हो सकता है. इसलिए अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें.
रक्त के बहाव को जांचें
अपने हाथ के अंगूठे से पैर के अंगूठे को दो सेकेंड के लिए नीचे की तरफ दबाएं और फिर छोड. दें. आप देखेंगी कि नाखून सफेद हो गया है, हालांकि कुछ ही क्षणों में वह वापस अपने वास्तविक रंग में आने लगेगा. यदि यह प्रक्रिया धीमी गति से हो रही है, तो यह लक्षण है आपके थके होने, ज्यादा भागमभाग से शरीर के प्रभावित होने या खून की कमी का संकेत हो सकता है. ऐसे में आपको जरूरत है अपने व्यस्त दिनचर्या को ठीक तरह से व्यवस्थित करने और अपने लिए आराम के कुछ पल निकालने की. क्योंकि शरीर की यह थकावट किसी समस्या का रूप लेकर आपके सामने आ सकती है.
बहुत कुछ कहती है आपकी जीभ
एक स्वस्थ जीभ गहरी गुलाबी और चिकनी होती है, जिस पर सफेद परत होती है. यदि यह परत मोटी सफेद और पीला रंग लिये हुए नजर आती है तो यह पाचन संबंधी समस्या का संकेत देती है. इससे यह भी पता चलता है कि आपने एंटिबायोटिक दवाओं को ज्यादा मात्रा में खाया है और इससे आपके मुंह के बैक्टीरिया का संतुलन बिगड. गया है.
अपने नाखूनों की जांच करें
नाखूनों में दरार होना या फिर नाखूनों का आकार टेढ़ा-मेढ़ा होना पाचन संबंधी समस्याओं का संकेत देता है. नाखून यदि ऊपर की तरफ मुडे. हैं तो आपको हृदय या फेफड़ों से संबंधित रोग होने की आशंका हो सकती है. यदि नाखून अपना स्वभाविक घुमाव खो चुके हैं तो इसका मतलब है कि आप गंभीर रूप से एनीमिक हैं.
वहीं भोजन में पौष्टिक तत्वों की कमी, धूम्रपान और रक्त संचार में असंतुलन होने से नाखून पीले और बदरंग हो जाते हैं. नाखूनों के संकेतों को अनदेखा न करें और भोजन में प्रोटीन, कैल्शियम, ताजे फलों और सब्जियों की मात्रा बढ.ाएं.
बालों का झड़ना
बालों के झड़ने की शिकायत महिलाओं में आम होती जा रही है. मौसम में परिवर्तन या सही देखभाल में कमी होने के चलते बालों का झड़ना आम हो सकता है, लेकिन एकाएक हद से ज्यादा बालों का झड.ना थायराइड और हॉरमोन के असंतुलन की समस्या को बयां करता है.
हाल ही में किये गये एक शोध से पता चला है कि ओवरी सिंड्रोम के कारण भी बाल कमजोर हो जाते हैं. ऐसे में बालों के झड.ने की समस्या को अनदेखा करना ठीक नहीं. वहीं लंबे समय से बालों में रूसी का होना भी आम नहीं. लंबे समय से लगातार बालों में रूसी रहने की समस्या तनाव का संकेत देती है. तनाव से और भी समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए अपनी जीवनशैली में बदलाव लाएं. यदि यह रूसी हर माह आती है और अपने आप ही खत्म होती रहती है तो यह हॉरमोन के असंतुलन के कारण भी हो सकती है.
अपनी भौहों को देखें
यदि आपकी भौहों के बीच रेखाएं हैं, माथे की त्वचा तैलीय है और अकसर माथे पर लालिमा या खुरदरापन रहता है तो ये लीवर में समस्या होने के संकेत हो सकते हैं. इन संकेतों को परखने वाले लोगों के लिए बेहतर है कि वे मांसाहार से परहेज करें, डेयरी उत्पाद, अंडों और मिर्च-मसालों का सेवन न करें, अल्कोहल, चीनी और ज्यादा पके भोजन से बचें. साथ ही पर्याप्त मात्रा में सलाद खाएं. ताजी हरी सब्जियों का सेवन करें. भोजन को खूब चबा कर खाएं.