* विश्व स्तनपान दिवस सप्ताह पर निकाली जागरुकता रैली
गिद्धौर : प्रखंड क्षेत्र के स्व दिग्विजय सिंह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विश्व स्तनपान दिवस को लेकर एक जागरूकता रैली स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजयेंद्र सत्यार्थी की देखरेख में निकाली गयी. यह रैली प्रखंड मुख्यालय के गिद्धौर बाजार के ऐतिहासिक लार्ड मिंटो टावर से होकर गुजरते हुए तमाम ग्रामीण, कस्बों व गलियों में जाकर महिलाओं को जन्मजात शिशुओं को हिष्ट –पुष्ट व तंदुरूस्त बनाने के लिए स्तनपान कराने के लिए जागरूक किया.
रैली में भाग ले रहे स्वास्थ्य विभाग के एएनएम,आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा संयुक्त रूप से ग्रामीण महिलाओं को जन्म के तुरंत बाद मां का दूध पिलाने के लिए जागरूक किया गया. वहीं कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाग ले रहे प्रखंड विकास पदाधिकारी सत्येंद्र महतो ,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी श्वेता रानी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय प्रबंधक रूप नारायण शर्मा ,डॉ प्रदीप कुमार, डॉ हंस कुमार पाठक ,स्वास्थ्य प्रबंधक सुभाष चंद्र द्वारा रैली के दौरान स्तनपान से संबंधित कई महत्वपूर्ण निर्देश स्वास्थ्य कर्मियों को दी गयी.
ताकि लोग स्तनपान के प्रति जागरूक होकर अपने जन्मजात शिशु को कुपोषण, मानसिक विक्षिप्तता, नि:शक्तता जैसे गंभीर बीमारियों से अपने बच्चों की रक्षा कर सके. वहीं चिकित्सकों ने यह भी कहा कि जो महिलाएं अपने बच्चों को नियमित रूप से स्तनपान कराती है उनमें स्तन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के होने का खतरा काफी हद तक कम जाता है. अत: स्तनपान शिशुओं के लिए जीवन वरदान है.
उक्त स्तनपान कार्यक्रम के अवसर पर आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका सुधा कुमारी, विनीता, मुखिया नारायण यादव, समाजसेवी मुनीलाल मंडल, स्वास्थ्य कर्मी शिवकुमार गिरी ,मनीष कुमार दास ,प्रमोद कुमार के अलावे दर्जनों सेविका ,आशा कार्यकर्ता व एएनएम मौजूद थी. खैरा प्रतिनिधि के अनुसार प्रखंड क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में विश्व स्तनपान सप्ताह को लेकर खैरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सत्येंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक की गयी. जिसमें आशा कार्यकर्ताओं व एएनएम को स्तनपान की उपयोगिता की जानकारी दी गयी.
मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि जन्म के तुरंत बाद स्तनपान कराने से मां को प्रसव के बाद होने वाले अधिक रक्तस्नव से बचाव होता है एवं बच्चे को एनिमीया होने से बचाता है. स्तनपान मां के रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि एवं कैंसर एवं हड्डी के कमजोर होने से बचाता हैं.
6 माह तक केवल बच्चों को स्तनपान कराना बच्चे के जीवन की सबसे अच्छी शुरुआत होती हैं. मां का दूध प्राकृतिक, सुरक्षित एवं पौष्टिक आहार होता हैं. मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी योगेंद्र कुमार सिंह ,बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कुमारी रेखा, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक पंकज कुमार सिंह,आंगनबाड़ी सेविका,आशा कार्यकर्ता व एएनएम उपस्थित थी. लक्ष्मीपुर प्रतिनिधि के अनुसार विश्व स्तनपान सप्ताह 2013 को लेकर एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं को जिला स्वास्थ्य समिति के सौजन्य से प्रशिक्षण दिया गया.
जिसमें धातृ एवं गर्भवती महिला को स्तन पान से होने वाले फायदे तथा बच्चों को होने वाले लाभ के बारे में जानकारी देने हेतु बताया गया. मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी अरूण कुमार, सीडीपीओ नीतू निहारिका,स्वास्थ्य प्रबंधक रमेश कुमार आदि मौजूद थे.