गुमला: उग्रवादी संगठन पीएलएफआइ के भय से रायडीह प्रखंड स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय, लौकी पिछले पांच माह से बंद है. बच्चे रोज स्कूल आते हैं. स्कूल में ताला लटका देख लौट जाते हैं. 70 विद्यार्थियों की पढ़ाई बंद है. गांव के लोग चाहते हैं कि स्कूल जल्द खुले, पर शिक्षा विभाग स्कूल खोलने की दिशा में कोई पहल नहीं कर रहा है. इधर, उग्रवादियों के डर से शिक्षक ललन टोप्पो व संजीव कुमार ने दूसरे स्कूल में अपनी प्रतिनियुक्ति करा ली है. गत 19 अगस्त को पीएलएफआइ ने शिक्षक ललन का अपहरण कर उन्हें चार घंटे तक कब्जे में रखा था.
डेढ़ लाख रुपये लेवी की मांग की थी. शिक्षक ने कहा था कि 24 घंटे में पैसा दे देंगे. खतरा देख शिक्षक ललन व संजीव ने स्कूल जाना बंद कर दिया.
हालांकि स्कूल में एक पारा शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. परंतु सुरक्षा कारणों से वह भी स्कूल जाने को तैयार नहीं हुए.
शिक्षक पढ़ायें, हम साथ देंगे : ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में एक से पांच तक पढ़ाई होती है. कुछ उग्रवादियों ने स्कूल बंद करा दिया. गांव के लोग शिक्षकों का साथ देने को तैयार हैं. स्कूल जल्द नहीं खुला, तो डीसी से मिल कर ज्ञापन सौपेंगे. बच्चों का भविष्य बरबाद होने नहीं देंगे.
जेल में हैं धमकी देनेवाले उग्रवादी
लौकी स्कूल के शिक्षकों से लेवी मांगने व उनका अपहरण करनेवाले उग्रवादी अभी जेल में हैं. हालांकि पुलिस के अनुसार, लौकी, जमगई व आसपास के इलाकों में उग्रवादी व अपराधी संगठन का कोई खतरा नहीं है.
शिक्षकों द्वारा जो शिकायत की गयी है, उस पर कार्रवाई की गयी है. शिक्षक डरे नहीं. स्कूल जाकर बच्चों को पढ़ायें. पुलिस शिक्षकों को सुरक्षा देगी.
भीमसेन टुटी, एसपी, गुमला
स्कूल बंद है. उसे खुलवाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. अगर कोई शिक्षक उक्त स्कूल में पढ़ाना चाहते हैं, तो हम उनकी प्रतिनियुक्ति करेंगे.
सच्चिदानंद तिग्गा, डीएसई, गुमला
‘‘उग्रवादियों के डर से कोई शिक्षक लौकी स्कूल जाना नहीं चाहते हैं. एक शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की. वह भी नहीं गया. अब तो भगवान ही मालिक है.
रामेश्वर मंडल, बीइइओ, रायडीह
‘‘स्कूल जल्द खुले, इसके लिए प्रशासन प्रयासरत है. कहीं दिक्कत है, तो शिक्षक बतायें. सुरक्षा दी जायेगी.
गौरीशंकर मिंज, डीसी, गुमला