।। दक्षा वैदकर ।।
यदि कोई बाल्टी भर कूड़ा आपके घर की फर्श पर बिखेर दे, तो आप क्या करेंगे? शायद आप उसकी धुनाई कर दें. हो सकता है कि आप पुलिस में शिकायत कर दें. आप उसे ही वो कूड़ा साफ करने को भी कह सकते हैं. कुल मिला कर आप बरदाश्त नहीं करेंगे कि कोई भी आपके घर में कूड़ा बिखेर कर चला जाये, जो आपके घर की सुंदरता खराब करे.
जब आप घर को ले कर इतने ज्यादा सतर्क हैं, तो फिर अपने दिमाग को ले कर क्यों नहीं? क्यों आप किसी व्यक्ति को अपने दिमाग में कूड़ा भरने की इजाजत देते हैं. आपने कभी उन लोगों को इस चीज के लिए मना किया है? कभी आपने उन्हें डांटा है? क्या आपने उनका कूड़ा, उन्हीं से साफ करवाया है, ताकि आपका दिमाग बेहतर काम कर सके? नहीं न! इस बारे में सोचें. कई लोग यह नहीं समझ पाते कि किसी की बुराई, गॉसिप, नकारात्मक विचार दरअसल दिमाग के लिए कूड़ा ही है. ये न केवल आपकी कार्यक्षमता कम करते हैं, बल्कि लोगों से आपको दूर भी करते हैं. एक उदाहरण लें.
आपका दोस्त अक्सर आपसे उसके बॉस की बुराई करता है. वह बताता है कि बॉस खडूस है, उसे लोगों को परेशान करने में मजा आता है. वह पत्नी पर हाथ उठाता है. उसका सेक्रेटरी से अफेयर है आदि.. आप भले ही सिर्फ सुन रहे होते हैं, लेकिन आपके न चाहते हुए भी आपके दिमाग में ये बातें घुस जायेंगी. फिर किसी दिन आपका उस बॉस से सामना होगा. तब भले ही वह आदमी आपसे कितनी भी अच्छी तरह क्यों न पेश आ जाये, आपके दिमाग में वह अच्छी छवि कभी नहीं बना पायेगा.
ऐसे में यह भी संभव है कि आपके दोस्त ने जितनी भी चीजें बोली, वह झूठ हो. अगर यह बात सच होती है, तो यकीन मानिए आप एक अच्छे इनसान से दोस्ती करने का मौका गंवा देंगे. कई लोगों को लगता है कि हम तो एक कान से सुनते हैं और दूसरे कान से निकाल देते हैं. जो ऐसा कहते हैं, वे गलत हैं. जो भी विचार आप सुनते हैं, वह दिमाग तक जरूर जाता है और उसका कुछ हद तक असर भी आप पर पड़ता है. इसलिए बेहतर है कि जब भी कोई किसी के बारे में कुछ नकारात्मक कहने जाये, उसे उसी वक्त रोकें. गॉसिप को बिलकुल बढ़ावा न दें.
– बात पते की
* लोगों द्वारा फेंके गये विचारों का कूड़ा आपकी अच्छी चीजों को भी धीरे-धीरे कूड़े में परिवर्तित कर देता है. इस कूड़े को दिमाग में घुसने ही न दें.
* लोगों की नकारात्मक बातों को सुन कर, उनकी हां में हां मिला कर, उनकी बातों पर ठहाके लगा कर उनका उत्साहवर्धन न करें. उस जगह से तुरंत निकल जाएं.