ग्रीनलैंड बर्फ से ढका हुआ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इलाका है. यह हिमाच्छादित इलाका यदि पूरी तरह से पिघल जाये तो समुद्र का स्तर करीब 20 फीट तक अधिक हो जायेगा. नतीजन, अमेरिका के फ्लोरिडा से लेकर बांग्लादेश तक का तटीय क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित होगा. यूनिवर्सिटी ऑफ बफेलो के भूगर्भ विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर व भूभौतिकीशास्त्री बीटा क्सेथो ने बर्फ के लगातार कम होने के कारणों का अपने शोध में जिक्र किया है.
उनकी इस रिपोर्ट के हवाले से ‘साइंस डेली’ में बताया गया है कि भविष्य में ग्रीनलैंड का हिमक्षेत्र हमारी पुरानी सोच से कहीं अधिक तेजी से पिघलेगा, जिससे समुद्र के स्तर में बड़ा परिवर्तन आ जायेगा. क्सेथो ने शोधपत्र में आंकड़ों के निष्कर्ष के आधार पर बताया है कि पिछले एक दशक में किस प्रकार से ग्रीनलैंड के सभी ग्लेशियरों में बदलाव आ रहा है.
यूनिवर्सिटी ऑफ केनसास के भूगोल विभाग के प्रोफेसर कॉर्नेलिस जे वांडर वीन का मानना है कि ये जानकारियां कई विकासशील देशों के विकास मॉडल के लिए बहुपयोगी साबित हो सकती हैं. वर्ष 1993 से 2012 के बीच ग्रीनलैंड के लगभग 1,00,000 हिमक्षेत्रों में हुए परिवर्तन की जानकारी एकत्र करने के लिए ‘नासा’ के आइसीएएस स्पेसक्राफ्ट से एरियल सर्वे किया गया.