जापान की एक महिला ने 12 वर्ष संरक्षित करके रखे गये अपने अंडाणुओं से बच्चे को जन्म दिया है. ‘स्पूतनिकन्यूज’ के मुताबिक, स्वस्थ बच्चे को जन्म देने के लिए करीब 13 वर्ष पहले एक महिला ने यह फैसला लिया था. दरअसल, वर्ष 2001 में जब यह महिला उच्च शिक्षा हासिल कर रही थी, उस दौरान उसमें लिम्फोमा कैंसर के लक्षण पाये गये थे.
डाक्टरों ने युवती और उसके माता-पिता को चेता दिया कि इस रोग का एक परिणाम यह हो सकता है कि वह संतान-जनन की क्षमता खो सकती है. तब यह फैसला किया गया कि इलाज शुरू करने से पहले युवती की दो स्वस्थ अंडकोशिकाएं लेकर उन्हें फ्रीज कर दिया जाए और एक विशेष क्लीनिक में संरक्षित रखा जाए. युवती का इलाज सफल रहा.
वह सामान्य जीवन जीने लगी और पिछले साल उसका विवाह भी हो गया. इसके बाद उसकी संरक्षित अंडकोशिका को टेस्टट्यूब में उसके पति के वीर्य से ‘प्रजनित’ किया गया और फिर महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया गया. विशेषज्ञों के हवाले से इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जापान में अपना कैरियर बनाने में जुटी महिलाओं में अपने अंडाणुओं को क्रायोजेनिक विधि से वर्षो सुरक्षित रखवाने का चलन बढ़ रहा है.