।। दक्षा वैदकर ।।
अनुज एक बड़ी कंपनी में अच्छे पद पर काम करता है. पिछले कई दिनों से उसने ऑफिस जाना बंद कर रखा है, बिना कोई छुट्टी की अरजी दिये. वजह है, ब्रेकअप हो जाना. दोस्त, रिश्तेदार, सब उसे समझा-समझा कर परेशान हो गये हैं, लेकिन वह है कि बार-बार पुरानी यादों में खो जाता है. कहता है ‘क्या वह भी मुझे याद कर रही होगी?’
अनुज की तरह ऐसे कई युवा हैं, जो संबंधों में असफल होने के बाद अपना भविष्य भी अंधकारमय करने में जुटे हुए हैं. उन्हें समझ नहीं आता कि ‘मूवऑन’ कैसे किया जाये. दोस्तो, जब कभी ब्रेकअप होता है, आसपास के लोग सुझाव देते हैं- ‘भूल जा यार उसको, कोई फायदा नहीं है ऐसे रोने-धोने का’, ‘अब पुरानी सारी बातें भूल जा और एक नयी शुरुआत कर’, ‘वह तो तुम्हें भूल चुका है और तुम यहां बैठी रो रही हो’, ‘यार, वो तुम्हारे लायक ही नहीं था.’ हम उन्हें जवाब देते हैं, ‘कहना आसान है, लेकिन किसी को भूलना मुश्किल है.’ दोस्तो, यह सच है कि किसी को भूलना आसान नहीं है. आप अपने भूतकाल को भुला भी नहीं सकते, क्योंकि वह भी जिंदगी का हिस्सा है, जो हमेशा साथ रहेगा.
बस मेरा एक सवाल है आपसे. वह यह कि जब आप कार चलाते हैं, तो एक फ्रंट ग्लास होता है, जिसमें आप आगे की ओर देखते हैं. और एक साइड मिरर होता है, जिसमें देख कर आप पीछे से आनेवाली गाड़ियों से बचते हैं. इस मिरर का इस्तेमाल आप बहुत कम ही करते हैं. मान लो कि इस मिरर का इस्तेमाल आपने ज्यादा किया, तो क्या होगा? जी हां, आपका एक्सीडेंट हो जायेगा. वह तो होना ही है, क्योंकि आपने सामने से आनेवाली गाड़ी को देखने के बजाय पीछे की गाड़ियों पर अधिक फोकस किया.
जिंदगी भी ठीक ऐसी है. अगर आप भूतकाल को ही देखते रहेंगे, तो सामने से आनेवाली मौकों से हाथ धो बैठेंगे. अपना एक्सीडेंट कर बैठेंगे. आपको चाहिए कि आप भूतकाल के मिरर का कम-से-कम इस्तेमाल करें. पीछे देखें, लेकिन सिर्फ बचने के लिए. अपना ध्यान फ्यूचर मिरर पर रखें. पिछले दिनों की असफलता की वजह से अपनी भविष्य की खुशी व सफलता का नुकसान न करें.
– बात पते की
* मूवऑन करने के लिए सबसे जरूरी है कि खुद को माफ करें. यह न सोचें कि मैंने ही सामनेवाले पर इतना भरोसा किया, यह मेरी ही गलती है.
* दोस्तों, जिंदगी बहुत ही सुंदर है. जब आपको यह पता ही है कि कभी न कभी आपको मूवऑन करना ही होगा, तो फिर अभी समय को बरबाद करना?