अमरीकी संसद के 11 सदस्यों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से नरेंद्र मोदी के साथ बैठक में अल्पसंख्यकों का मुद्दा भी उठाने का आग्रह किया है.
2002 के गुजरात दंगों के लिए न्याय और जवाबदेही की मांग करते आए संगठन कोअलिशन अगेंस्ट जिनोसाइड (सीएजी) ने 11 अमरीकी सांसदों के ओबामा को लिखे पत्र का स्वागत किया है.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रपति ओबामा से मुलाक़ात होनी है.
मोदी का विरोध
पत्र में कहा गया है कि मोदी के 100 दिनों के शासनकाल में मुसलमानों और ईसाइयों के ख़िलाफ़ हिंसा की घटनाओं में तेज़ी आई है.
पत्र में कहा गया है कि ये घटनाएं 2002 के गुजरात दंगों की तरह ही हैं, जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
रविवार को मैडिसन स्क्वेयर गार्डन पर मोदी के संबोधन के दौरान भी मोदी के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन हुए थे.
इससे पहले भी अमरीकी सांसद माइक हॉन्डा ने विदेश मंत्री जॉन कैरी को पत्र लिखकर भारत में मानवाधिकारों के उल्लंघन और धार्मिक स्वतंत्रता के मुद्दों को मोदी-ओबामा की चर्चा में शामिल करने की मांग की थी.
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