निलेश
भागलपुर:मुख्यमंत्री आये, भाषण दिया और कई घोषणाएं भी की. लेकिन कई अरमान लेकर आये किसानों व मजदूरों को मलाल रह गया. मुख्यमंत्री जब विदा होने लगे, तो उनमें इस बात की कसक बढ़ने लगी कि वे अपनी समस्याएं मुख्यमंत्री को न बता पाये और न ही समाधान हो सका. किसान-मजदूर महासम्मेलन के बहाने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने वर्षो से बाढ़ व कटाव का दंश झेल रहे गांव में कदम रखा था.
20 से 25 मिनट ठहरे. महासम्मेलन में बिहार के मुखिया की मौजूदगी से न केवल रन्नूचक मकंदपुर पंचायत, बल्कि आस-पड़ोस के डेढ़ दर्जन से भी अधिक गांवों की 35 हजार आबादी की उम्मीदें बंधी थीं. फिर चाहे वह दियारा की धरती का सोना कहे जाने वाले मक्का की मार्केटिंग व प्रोसेसिंग की समुचित व्यवस्था हो या 12 किलोमीटर के रिंग बांध के निर्माण से कटाव से राहत.लेकिन इन मुद्दों पर किसान मायूस ही रहे.
अपने 17 मिनट के संबोधन में मुख्यमंत्री खेती-किसानी पर बोले, नारी सशक्तीकरण पर बोले, छात्र हित में घोषणाएं की, लेकिन किसानों की समस्या सुनने व समाधान निकालने के लिए दो माह बाद आने का वादा कर गये. रन्नूचक मकंदपुर के किसानों ने मुखिया कृष्णानंद राय के माध्यम से मक्का के मार्केटिंग, प्रोसेसिंग, सड़क निर्माण, रिंग बांध सहित प्रमुख पांच मांगें रखी थी. सदानंद सिंह के प्रयास से मिर्जापुर, महंथ थान होते हुए मकंदपुर दियारा तक सड़क बनाये जाने के लिए डीपीआर तैयार करने की घोषणा ग्रामीणों के लिए राहत भरी थी.
सड़क के लिए कई बार वोट बहिष्कार का निर्णय लिया गया था. रन्नूचक के किसान इंदुभूषण राय, मकंदपुर के टुनटुन राय, महाराजजी, श्रीराम दास, भरत रसलपुर के अवध किशोर राय सहित सैकड़ों किसानों का यही कहना था कि काश! उनकी समस्याओं का सीएम संज्ञान ले लेते.
क्या थी मुख्य मांगें
-किसानों के लिए मक्का की मार्केटिंग और प्रोसेसिंग की व्यवस्था दुरुस्त हो
-कटाव से बचाव के लिए अकबरनगर से शहजादपुर, बैकटपुर, गोसाईंदासपुर होते हुए बोल्डर पिचिंग से 12 किमी रिंग बांध निर्माण
-दो पुलिया व सड़क निर्माण करते हुए समूचे दियारा क्षेत्र को सड़क मार्ग से जोड़ना
-किसानों की बहुलतावाले नाथनगर विधानसभा क्षेत्र में एकमात्र वित्तरहित बालिका उच्च विद्यालय रन्नूचक का सरकारीकरण
-मिर्जापुर, महंथ थान होते हुए मकंदपुर दियारा तक सड़क(डीपीआर तैयार कराने की घोषणा)
इन गांव के लोगों की उम्मीद
रन्नूचक, मिर्जापुर, मकंदपुर, भरत रसलपुर, राघोपुर, शाहपुर, गांधी निकुंज, गौरीपुर, दामोदरपुर, छोटी भवनाथपुर, बड़ी भवनाथपुर, किशनपुर, खुटाहा, नवटोलिया, शहजादपुर, बैकटपुर, फतेहपुर टोला, उचकवा टोला आदि दियारा क्षेत्र