रियाद / नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार देर रात सऊदी अरब पहुंचे जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. वे एयर इंडिया के विशेष विमान से रियाद के किंग खालिद इंटरनैशनल एयरपोर्ट उतरे. आपको बता दें कि पीएम मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर सऊदी किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सौद के आमंत्रण पर यहां पहुंचे हैं.
सऊदी अरब की यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने सोमवार को कहा कि रणनीतिक भागीदारी परिषद् की स्थापना से दोनों देशों के बीच संबंधों में और मजबूती आएगी. प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के आमंत्रण पर तृतीय ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट इनिशिएटिव फोरम’ के पूर्ण सत्र में शामिल होने सोमवार रात रियाद रवाना हो गये. मोदी अपनी यात्रा के दौरान सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के साथ मंगलवार को यानी आज द्विपक्षीय चर्चा करेंगे.
وصلت إلى المملكة العربية السعودية في مستهل زيارة هامة تهدف إلى تعزيز العلاقات مع دولة صديقة نعتز بها كثيرا. سوف انخرط في برامج حافلة خلال الزيارة . pic.twitter.com/6R80ZCFTVF
— Narendra Modi (@narendramodi) October 28, 2019
प्रधानमंत्री ने यात्रा पर रवाना होने से पहले एक बयान में कहा कि मैं सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान से भी मिलूंगा और द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न मुद्दों तथा पारस्परिक हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करूंगा. उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी अरब के बीच पारंपरिक रूप से घनिष्ठ तथा मित्रवत् संबंध रहे हैं. सऊदी अरब भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति में सबसे बड़े और भरोसेमंद आपूर्तिकर्ताओं में से एक रहा है.
मोदी ने याद किया कि सऊदी अरब के युवराज ने फरवरी 2019 में अपनी नयी दिल्ली यात्रा के दौरान भारत में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में 100 अरब डॉलर से अधिक के निवेश की प्रतिबद्धता व्यक्त की थी. उन्होंने कहा कि सऊदी अरब के साथ रक्षा, सुरक्षा, संस्कृति, शिक्षा और लोगों के बीच संपर्क, द्विपक्षीय सहयोग के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र हैं.
मोदी ने कहा कि यात्रा के दौरान, रणनीतिक भागीदारी परिषद् की स्थापना भारत-सऊदी अरब रणनीतिक भागीदारी को और मजबूत कर नए स्तर पर ले जाएगी. वह ‘फ्यूचर इन्वेस्टमेंट फोरम’ में अपनी भागीदारी को लेकर आशान्वित हैं जहां वह 2024 तक देश के पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य की ओर बढ़ने के साथ भारत में वैश्विक निवेशकों के लिए बढ़ते व्यापार और निवेश अवसरों पर बात करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पश्चिम एशियाई देश की यह यात्रा कई मायनों में खास बतायी जा रही है. इस दौरान उनके तेल-गैस, नवीकरणीय ऊर्जा और नागरिक उड्डयन समेत विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में संबंध मजबूत करने के लिए करीब दर्जन भर अहम समझौतों पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद जतायी जा रही है.
गौर हो कि इससे पहले प्रधानमंत्री ने साल 2016 में इस देश का दौरा किया था.