बड़े-बुजुर्गो ने सही कहा है कि आप दूसरों के बारे में गप्प करने और पीठ पीछे उनकी निंदा करने की बजाय यदि अपने काम पर ध्यान देंगे, तो आप अधिक तेजी से सफलता की ओर अग्रसर होंगे.वह इसलिए कि दूसरों के बारे में बातें करने और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखने के पीछे जो आप समय बरबाद कर रहे हैं या फिर जो ऊर्जा आप खर्च कर रहे हैं, उसे यदि अपने काम में लगायेंगे, तो उससे मिलनेवाला लाभ आपको कहीं ज्यादा संतोष और खुशी देगा.
प्राय: सभी ऑफिसों में आपको ऐसे लोग जरूर मिल जायेंगे, जिन्हें दूसरों के बारे में गॉसिप करने में बड़ा मजा आता है. दूसरे क्या कर रहे हैं, किससे बातें कर रहे हैं, किसके साथ घूम रहे हैं या फिर किससे चैट कर रहे हैं, इन सभी बातों की जानकारी अपने तथाकथित बहुत अच्छे दोस्त या फिर दूसरे ऑफिस के लोगों के साथ शेयर करते हैं और मजाक बना कर मजा लेते हैं.
ऐसे लोगों की यह आदत भी होती है कि वे महज किसी को किसी के साथ ज्यादा बातें करते देख या फिर ज्यादा मिलते-जुलते देख उनके बारे में यह भी अफवाह फैला देते हैं कि दोनों के बीच कुछ चल रहा है. उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं है कि किसी के बारे में ऐसी बातें फैलाने से किसी का कितना बड़ा नुकसान हो सकता है.
ऐसे लोग अपने दोस्तों पर भरोसा करके दूसरों के बारे में कई प्रकार की बातें शेयर तो जरूर कर लेते हैं, पर इस बात की कोई गारंटी नहीं होती कि वह इसे अपने तक ही रखेगा. हो सकता है कि जिसके बारे में बात की गयी हो, वह उससे जुड़ा हो और उसे बता दे. ऐसी स्थिति में वे लोग पकड़े जाते हैं. पकड़े जाने पर वे कुछ ऐसे बातें करते हैं – ‘अरे मैं ऐसा कैसे बोल सकता हूं? मुङो उम्मीद नहीं थी कि आप मुझ पर ऐसे आरोप लगायेंगे.
आपको क्या मुझसे ज्यादा उस पर भरोसा है? वह तो झूठ बोल रहा है.’ उदास होने और आंसू बहाने का नाटक करके वे आपको पूरा विश्वास दिलाने की कोशिश करेंगे कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है, लेकिन ऐसे लोग क्या अपनी अंतरात्मा से नजरें मिला पायेंगे? क्या उसे बता पायेंगे कि वे कितने सच्चे और कितने ईमानदार हैं?
बात पते की..
– दूसरों के बारे में बातें करने की बजाय आप यदि अपने काम में कुछ नया सीखने में समय दें, तो यह ज्यादा लाभदायक साबित होगा.
– अपनी खामियों पर ध्यान न दे कर दूसरों की खामियां निकालने से आपके व्यक्तित्व का विकास कभी नहीं हो पायेगा. आप दूसरों की नजरों में गिरेंगे.