नयी दिल्ली: सिंडी शर्मन, रॉबर्ट फ्रैंक, एलियट पोर्टर, इमोजन कनिंघम, फ्रांस लैंटिंग और पॉल स्ट्रैंड. क्या आप इन्हें जानते हैं? शायद नाम सुना होगा. ये सभी लोग प्रसिद्ध फोटोग्राफर हैं जिन्होंने अपने हुनर से दुनिया को हैरत में डाल दिया. क्रिएटिवी, अलग सोच और दुनिया को देखने का इनका अलग नजरिया, इन सबने मिलकर जब अपने आसपास दिख रही चीजों को कैमरे में उतारा तो वो एतिहासिक हो गया.
फोटोग्राफी. सबको करना पसंद है. पुराने जमाने में जब लोग कहीं घुमने जाते थे या फिर शादी-विवाह, जन्मदिन जैसे मौके होते तो खास तौर पर कैमरामेन बुलाया जाता ताकि उन खास पलों को कैमरे में कैद किया जा सके. आज अधिकांश हाथों में स्मार्टफोन है जिनमें एक से बढ़कर एक क्वालिटी वाले कैमरे लगे हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आपका ये शौक आपके लिये एक बेहतरीन करियर ऑप्शन हो सकता है. नहीं. चलिये हम आपके बताते हैं कि फोटोग्राफी में करियर बनाने के लिये क्या संभावनायें हैं.
फोटोग्राफी में क्या है करियर ऑप्शन
मीडिया और फैशन के बढ़ते महत्व के बीच फोटोग्राफी फील्ड में कैरियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं. संभावनाएं यहां ऐसी हैं कि प्ले स्कूल्स की फोटो क्लिक करते-करते खुद को एक दिन आप कान्स के रेड कारपेट पर फोटो क्लिक करते पा सकते हैं. अधिकतर लोग भी यही मानते हैं कि फोटोग्राफर्स की लाइफस्टाइल बहुत मजेदार होती है क्योंकि ये आए दिन सेलिब्रिटीज या नामी-गिरामी लोगों से मिलते रहते हैं, दूसरों के खर्चे पर बेहतरीन जगहों की सैर करते हैं. इस फील्ड में फ्रीलांसिंग करने के भी अच्छे मौके हैं.
फैशन फोटोग्राफर: यह ग्लैमर की दुनिया से जुड़ी फील्ड है. फोटोग्राफर को यहां डिजाइनर्स, मॉडल्स या फैशन हाउसेज के लिए फोटोग्राफी करनी होती है. रैम्प पर कैटवॉक करती मॉडल्स के अलावा वह उनकी फोटो पोर्टफोलियो भी तैयार करता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि बड़े पर्दे के लोकप्रिय अभिनेता बोमन इरानी पहले एक फैशन फोटोग्राफर हुआ करते थे.
इंडस्ट्रियल फोटोग्राफर: कॉरपोरेट फील्ड के फोटोग्राफर कंपनियों के लिए उनके प्रोडक्ट और मशीनों की फोटो खींचते हैं.
प्रेस फोटोग्राफर: विभिन्न अखबारों या पत्रिकाओं में जो भी न्यूज फोटो या फिल्म फोटो छपते हैं, उन्हें ये ही खींचते हैं. इनका महत्व खबरों के प्रसारण में काफी ज्यादा बढ़ जाता है. सही समय पर सही तस्वीर इसकी सबसे बड़ी खासियत है. अमेरिका वियतनाम युद्ध के दौरान एक फोटो जर्नलिस्ट ने बम ब्लास्ट के बाद डरकर भागती हुई नग्न बच्ची की तस्वीर खींची थी. दुनिया ने जब ये तस्वीर देखी तो उन्हें वियतनाम के लोगों की मुश्किलों का अंदाजा हुआ. अमेरिका की कार्रवाई का विरोध होने लगा और आखिरकार अमेरिका को युद्धविराम करना पड़ा था.
वेडिंग फोटोग्राफर: आजकल शादी-समारोह जैसे निजी आयोजनों के हर पल को संजोकर रखने के लिए फोटोग्राफी कराने का क्रेज है. इसलिए वेडिंग फोटोग्राफर्स की खासी डिमांड रहती है. शादियों के मौसम में तो इनकी व्यस्तता चरम पर पहुंच जाती है. जब शादियां न हों, तो अन्य आयोजनों की फोटोग्राफी इन्हें व्यस्त रखती है.
वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर: ऐसे फोटोग्राफर वन्य पशु-पक्षियों की तस्वीरें खींचते हैं. प्रतिभाशाली फोटोग्राफर्स को प्रतिष्ठित देशी-विदेशी पत्रिकाओं की ओर से काफी अच्छे पैसे मिलते हैं और नाम भी. वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी रोमांचकारी होने के साथ-साथ चुनौतीपूर्ण भी होती है. नयी चीजें जानने का मौका भी यहां खूब मिलता है. नेशनल ज्यॉग्राफी, डिस्कवरी और एनिमल प्लेनेट जैसे चैनलों में आपको फोटाग्राफी करने का मौका मिल सकता है.
फिल्म फोटोग्राफर: ये किसी भी फिल्म की मेकिंग से लेकर उसके प्रदर्शन तक की हर गतिविधि को कैमरे में कैद किया करते हैं. किसी भी फिल्म की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि इसकी सिनेमेटोग्राफी कितनी अच्छी हुई है.
फॉरेंसिक फोटोग्राफर: किसी भी क्राइम सीन की फोटोग्राफी करना बहुत कुशलता का काम है क्योंकि मौकाए-वारदात पर मिले निशानों और सबूतों के आधार पर ही जांच एजेंसियां अपनी छानबीन करती है. यहां फोटोग्राफर की भूमिका काफी अहम हो जाती है.
ऑनलाइन फोटोग्राफी
फोटोग्राफी सिखाने के लिए आजकल कई ऑनलाइन कोर्स भी संचालित हो रहे हैं. ये सभी कोर्स एक माह से लेकर तीन माह तक की अवधि के हैं. इनके लिए किसी खास क्वॉलिफिकेशन की भी जरूरत नहीं होती. ऐसे कोर्स खासकर उन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं, जो कामकाजी हैं और शौकिया तौर पर फोटोग्राफी के गुर सीखना चाहते हैं. इनके जरिए आप घर बैठे कम्प्यूटर पर ही फोटोग्राफी करना सीख जाएंगे.
सैलरी
फोटोग्राफी कोई निश्चित सैलरी स्ट्रक्चर वाली फील्ड नहीं है. शुरुआत में फ्रीलांसर या किसी स्टूडियो में असिस्टेंट के रूप में 10 से 15 हजार रुपए तक मिल सकता है.
प्रमुख संस्थान
- फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे
- सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता
- एनआरएआई स्कूल ऑफ मास कम्यूनिकेशन, नई दिल्ली
- दिल्ली फिल्म इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली