दुबई : छह मई को चांद दिखने के साथ ही माह-ए-रमजान की शुरुआत हो गयी और सात मई को पहला रोजा रखा गया. इबादत के इस पूरे महीने में संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में केरल मुस्लिम केंद्र विभिन्न तबकों के 2500 से ज्यादा लोगों को रोजाना इफ्तार करा रहा है. दिलचस्प बात यह है कि इस मुस्लिम केंद्र में अधिकतर स्वयंसेवक ड्राइवर, एसी का रखरखाव करने वाले कर्मचारी, कार्यालय सहायक और अन्य नियमित नौकरी करने वाले कर्मी हैं. इन स्वयंसेवकों में कारोबारी और पेशेवर कर्मी भी हैं.
‘गल्फ न्यूज’ के मुताबिक, 2500 लोगों को इफ्तार करने के लिए व्यवस्था बनाने और इफ्तारी का ठीक से वितरण करने के लिए 210 स्वयंसेवकों के समूह को सात दलों में विभाजित किया गया है. केरल मुस्लिम सांस्कृतिक केंद्र के अध्यक्ष इब्राहीम इलेत्तिल ने बताया कि सभी स्वयंसेवक अपने काम से समय निकालकर इफ्तार की तैयारी में अपना सहयोग देते हैं.
उन्होंने बताया कि जब 2012 में हमने सामुदायिक इफ्तार शुरू किया था तो हम सिर्फ 1500 लोगों को इफ्तार कराते थे. बाद में इफ्तार के लिए आने वाले लोगों की संख्या बढ़ गयी. औसतन हम 2550 लोगों को इफ्तार कराते हैं. उन्होंने बताया कि दिव्यांग व्यक्ति भी हमारी टीमों का हिस्सा हैं. गौरतलब है कि रमजान के महीने में दुनियाभर के मुसलमान रोजा रखते हैं और सूरज डूबने पर रोजा (व्रत) खोलते हैं. इसे इफ्तार कहते हैं. इफ्तार के भोजन को इफ्तारी कहते हैं.