इस्लामी चरमपंथी संगठन इस्लामिक स्टेट इन इराक़ एंड अल शाम (आईएसआईएस) ने इराक़ और सीरिया में अपने कब्ज़े वाले इलाक़े में ख़िलाफ़त यानी इस्लामी राज्य की घोषणा की है.
संगठन ने अपने मुखिया अबू बकर अल बग़दादी को ख़लीफ़ा और दुनिया में मुस्लिमों का नेता घोषित किया है.
कड़े इस्लामी क़ानून के तहत शासन और मुसलमानों के नेता के रूप में ख़लीफ़ा के पद की स्थापना लंबे समय से जिहादियों का मक़सद रहा है.
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आईएसआईएस ने इंटरनेट पर डाले गए एक वीडियो में इस्लामी राज्य की घोषणा की.
ख़लीफ़ा इब्राहीम
वीडियो में कहा गया है कि यह राज्य उत्तरी सीरिया के अलेप्पो से लेकर पूर्वी इराक़ में दियाला तक होगा.
संगठन ने कहा है कि अबू बकर अल बग़दादी इसके नेता होंगे और उन्हें ख़लीफ़ा इब्राहीम के नाम से जाना जाएगा.
विद्रोहियों की मांग है कि सभी मुसलमान नए शासक के प्रति वफ़ादारी दिखाएं और पश्चिम की तरफ़ से आने वाले ‘लोकतंत्र और अन्य कूड़े को ख़ारिज’ कर दें.
आईएसआईएस ने यह भी कहा है कि अब संगठन का नाम सिर्फ ‘इस्लामिक स्टेट’ होगा.
इस बीच इराक़ी सेना देश के उत्तरी शहर तिकरित को आईएसआईएस विद्रोहियों के चंगुल से छुड़ाने के लिए आक्रमण को जारी रखे है.
यहां विद्रोहियों ने 11 जून को क़ब्ज़ा किया था. साथ ही उन्होंने उत्तरी पश्चिमी इराक़ के एक बड़े हिस्से पर अधिकार जमा लिया था.
कु्र्द राज्य की मांग
एक अन्य घटनाक्रम में, इसराइल ने सुन्नी विद्रोहियों की बढ़त की प्रतिक्रिया में एक स्वतंत्र कुर्द राज्य के निर्माण की मांग उठाई है.
एक प्रत्यक्षदर्शी अधिकारी के मुताबिक़, रविवार को इराक़ी सरकार को मिले रूसी लड़ाकू विमानों ने विद्रोहियों के ठिकानों पर बमबारी की और तिकरित के कई हिस्सों में संघर्ष छिड़ गया.
लेफ़्टिनेंट जनरल क़सीम आट्टा ने संवाददाताओं से कहा, ”सुरक्षाबल कई इलाक़ों में आगे बढ़ रहे हैं और वहां संघर्ष जारी है.”
इस बीच ख़बर है कि शनिवार को शुरुआती आक्रमण में कड़ी चुनौती मिलने के बाद इराक़ की फ़ौजें पास के दज़ला क़स्बे की ओर पीछे हट गई हैं.
संघर्ष के प्रत्यक्षदर्शी बीबीसी संवाददाता पॉल एडम्स ने बताया कि दो दिनों से चल रही तीखी लड़ाई में दोनों पक्षों को भारी नुक़सान हुआ है.
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