इस्लामाबाद : पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने मंगलवार को खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) असद दुर्रानी के देश छोड़ने पर रोक लगा दी. पाकिस्तान की सेना ने एक विवादित किताब को लेकर ‘ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ‘ का आदेश दिया था.
आपको बता दें कि दुर्रानी ने भारत की खूफिया एजेंसी रॉ के पूर्व प्रमुख ए एस दुलत के साथ मिलकर एक किताब लिखी है जिसपर पाकिस्तान में विवाद खड़ा हो गया. यह किताब ‘ द स्पाइ क्रॉनिकल्स : रॉ , आईएसआई एंड द इल्यूजन ऑफ पीस ‘ शीर्षक से हाल ही में भारत में प्रकाशित हुई थी.
मंत्रालय द्वारा जारी एक अधिसूचना में असद दुर्रानी का नाम विदेश जाने पर नियंत्रण सूची (ईसीएल) में शामिल किया गया है. सेना खुफिया निदेशालय रावलपिंडी की सिफारिश पर उनका नाम इस सूची में डाला गया है. ईसीएल में जिन लोगों के नाम शामिल होते हैं वह पाकिस्तान से बाहर नहीं जा सकते.
विवादित किताब पत्रकार आदित्य सिन्हा से बातचीत पर आधारित है. सिन्हा ने भारत और पाकिस्तान के बीच कई विवादित मुद्दों पर दुर्रानी से बात की है. गौर हो कि दुर्रानी से पहले पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ सेना के निशाने पर हैं. नवाज़ शरीफ़ ने भी मुंबई में चरमपंथी हमले को लेकर को पाकिस्तान की भूमिका को लेकर सवाल उठाया था.
दुलत और दुर्रानी ने मिलकर जो किताब लिखी है उसमें करगिल युद्ध, पाकिस्तान के एबटाबाद में अमरीकी नेवी सील्स का ओसामा बिन लादेन को मारने का ऑपरेशन, कुलभूषण जाधव की गिरफ़्तारी, हाफ़िज़ सईद, कश्मीर, बुरहान वानी वग़ैरह मुद्दों पर बातचीत की गयी है.