फेसबुक पर जिससे आप बातचीत कर रहे हैं, वह नकली भी हो सकता है. यानी वह अकाउंट फर्जी या डुप्लीकेट हो सकता है. सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक ने खुद कहा है कि एक अनुमान के मुताबिक उसके पोर्टल पर 10 करोड़ से अधिक नकली अकाउंट हो सकते हैं. यह प्रतिशत भारत जैसे विकासशील देशों में अधिक है. कंपनी के एक अनुमान के मुताबिक दुनियाभर में उसके पोर्टल पर करोड़ों अवांछित अकाउंट दर्ज हैं.
फेसबुक ने नियामक एसइसी को यह सूचना दी है. इसके अनुसार फेसबुक पर ऐसे लोग हैं, जिन्होंने कंपनी की सेवा शर्तो का उलंघन करते हुए एक से अधिक अकाउंट बना रखे हैं.
वर्ष 2013 में दुनियाभर में एमएयू नकली अकाउंट की संख्या 4.3 फीसदी से बढ़ कर 7.9 फीसदी हो गयी थी. नकली या डुप्लीकेट फेसबुक अकाउंट का मतलब उस प्रोफाइल से है, जो किसी यूजर ने अपनी मुख्य प्रोफाइल के अलावा बनायी हो. फेसबुक की मासिक रिपोर्ट के मुताबिक 31 मार्च, 2014 तक सोशल साइट पर 1.28 अरब एमएयू थे, जो कि पिछले साल की तुलना में 15 फीसदी अधिक है. इस बढ़ोतरी में भारत और ब्राजील के यूजर्स का अहम योगदान रहा है.