सोल : उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग के नेतृत्व में सरकार का उच्चस्तरीय शिष्टमंडल शीतकालीन ओलिंपिक खेलों के लिए दक्षिण कोरिया में प्योंगचांग पहुंच गया है. वर्ष 1950-1953 के कोरिया युद्ध के बाद किम यो जोंग दक्षिण कोरिया आनेवाली उत्तर कोरियाई शासक परिवार की पहली सदस्य हैं.
अपने भाई किम जोंग उन के सफेद प्राइवेट जेट से तीन दिवसीय यात्रा पर आयीं किम यो जोंग शनिवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन से मिलेंगी. सोल के राष्ट्रपति भवन में आयोजित दोपहर के भोज में किम यो जोंग के अलावा शिष्टमंडल में शामिल उत्तर कोरिया के रस्मी राष्ट्राध्यक्ष 90 वर्षीय किम योंग नाम भी शामिल होंगे. इंचेयन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के बैठक कक्ष में एकीकरण मंत्री चो म्योंग ग्यों सहित दक्षिण कोरियाई अधिकारियों ने किम यो जोंग और शिष्टमंडल के अन्य सदस्यों का स्वागत किया. काले कोट और काले रंग का बैग लिये विमान से उतरी किम यो जोंग ने कैमरों की फ्लैश का मुस्कुराहट के साथ जवाब दिया.
उत्तर कोरियाई शिष्टमंडल में देश के राष्ट्रीय खेल मार्गदर्शन समिति के अध्यक्ष चोए ह्वी, अंतर कोरियाई मामलों को देखनेवाले उत्तरी समिति के अध्यक्ष रि सोन ग्वोन भी शामिल हैं. हवाई अड्डे से उत्तर कोरिया का पूरा शिष्टमंडल हाई-सपीड ट्रेन से प्योंगचांग रवाना हुआ. गौरतलब है कि मून जे इन ओलिंपिक के इस अवसर को परमाणु कार्यक्रमों के संबंध में उत्तर कोरिया के साथ अर्थपूर्ण वार्ता के मौके में बदलने का प्रयास कर रहे हैं. विश्लेषकों का कहना है कि किम यो जोंग को ओलिंपिक शिष्टमंडल के साथ दक्षिण कोरिया भेजने का फैसला यह दिखाता है कि उत्तर कोरिया पड़ोसी देश के साथ संबंधों में सुधार कर राजनयिक अकेलेपन को खत्म करना चाहता है.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन और उत्तर कोरिया के रस्मी राष्ट्र प्रमुख किम योंग नाम ने शीतकालीन ओलिंपिक के उद्घाटन समारोह से पहले भेंट की और हाथ मिलाया. योनहाप संवाद समिति ने यह खबर दी है. संवाद समिति के अनुसार, ओलिंपिक खेलों के लिए आनेवाले प्योंगयोग के राजनयिक शिष्टमंडल का अधिकारिक रूप से नेतृत्व कर रहे किम ने उद्घाटन समारोह से पहले मून जे इन से भेंट की.