!!अमिताभ कुमार!!
गुजरात चुनाव अपने चरम पर है. जहां एक ओर सूबे में 22 साल तक राज करने वाली पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है, वहीं सत्ता से वर्षो दूर रहने वाली पार्टी कांग्रेस ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. लेकिन कांग्रेस में ऐसे दो नाम उभरकर सामने आ रहे हैं जिसपर पार्टी दांव लगा सकती है. पिछले दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी एक टीवी कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए इन दोनों नामों का उल्लेख किया था.उन्होंने सवाल उठाया था कि हमारे तो चेहरे विजय रूपाणी व नितिन पटेल हैं, कांग्रेस बताये वह गोहिल और सोलंकी में किसे चेहरा बनायेगी. शाह ने वंशवाद पर चुटकी लेते हुए कहा था कि इन दोनों को विरासत में राजनीति मिली है.यहां हम इन्हीं दोनों की चर्चा भी करने जा रहे हैं. गुजरात कांग्रेस के इन दिग्गजों के नाम क्रमश: शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी हैं.
यदि आपको याद हो तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को राज्यसभा चुनाव में जीत दिलाने के पीछे सबसे बड़ा हाथ गुजरात कांग्रेस के नेता शक्ति सिंह गोहिल का बताया जाता है. गोहिल ने ही अहमद पटेल को अमित शाह के चक्रव्यूह से बाहर निकाला था और कांग्रेस को यहां राज्यसभा सीट दिलायी थी. खबरों की मानें तो कांग्रेस इसका फल गोहिल को दे सकती है और उन्हें प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर सकती है.
जानें शक्ति सिंह गोहिल को
गोहिल ने वकालत और पत्रकारिता की पढ़ाई की है. उन्होंने अपनी सजग और शातिर दिमाग से कांग्रेस की खत्म हो चुकी उम्मीदों को प्रदेश में जिंदा कर दिया है. 57 साल के गोहिल, गुजरात सरकार में 2 बार मंत्री पद संभाल चुके हैं और गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष भी रहे हैं. वे गुजरात के एक प्रतिष्ठित राजघराने से ताल्लुक रखते हैं और राजनीती उन्हें विरासत में प्राप्त हुई है. गोहिल फिलहाल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं. गोहिल का जन्म 4 अप्रैल 1960 को भावनगर जिले में लिम्डा में हुआ था. गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के लिम्डा राज के शाही परिवार के वह सबसे बड़े पुत्र हैं.
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गोहिल का राजनीतिक सफर
गोहिल 1986 में भावनगर जिला युवा कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और 1989 में गुजरात राज्य युवा कांग्रेस के महासचिव पद के लिए निर्वाचित हो चुके हैं. इसके बाद उन्होंने स्थानीय निकाय चुनाव में किस्मत आजमायी और भावनगर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष बने. गोहिल 1990 में एआईसीसी के सदस्य बने और फिर उनका राजनीतिक सफर आगे बढ़ा. गोहिल ने 1990 में भावनगर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से गुजरात विधान सभा के लिए चुनाव लड़ा और पार्टी का परचम यहां फहराया. गोहिल कांग्रेस के सबसे मंझे हुए प्रवक्ता माने जाते हैं जो प्रेस कांफ्रेस से पहले सारी जानकारियां खुद ही एकत्रित करते हैं.
भरत सिंह सोलंकी को भी नहीं भूलेगी कांग्रेस
भरत सिंह सोलंकी गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री माधव सिंह सोलंकी के पुत्र हैं और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भी आसीन हैं. जिस तरह पिता ने KHAM (Kshatriya, Harijan, Adivasi, Muslims) का जातिगत समीकरण बनाकर और पाटीदार समाज का समर्थन हासिल कर सत्ता पर कब्जा जमाया था, एक बार फिर भरत सिंह सोलंकी वही जिम्मेदारी निभाने के लिए तैयार हैं. वो कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी माने जा रहे हैं.