गोरखा जनमुक्ति विद्यार्थी मोरचा के कार्यकर्ता एवं समर्थक सुबह से ही सिंहमारी, घूम आदि क्षेत्रों में पिकेटिंग कर रहे थे. इससे पहने प्रशासन ने 2011 में सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के हवाले स्कूल कॉलेज बंद करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी थी. इस चेतावनी के बावजूद आज पहाड़ के एक भी स्कूल-कॉलेज नहीं खुले.
गोजविमो के केन्द्रीय उपाध्यक्ष भाष्कर राई और केन्द्रीय प्रवक्ता संदीप छेत्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल सरकार द्वारा बांग्ला भाषा को अनिवार्य करना नेपाली भाषा पर अतिक्रमण करने की कोशिश है. बांग्ला भाषा को हमलोग स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि हम लोग बांग्ला भाषा नहीं पढ़ेंगे. सरकार ने यदि बल प्रयोग करने की कोशिश की तो हमलोग गणतांत्रिक तरीके से जवाब देंगे. हमलोग बांग्ला भाषा को स्वीकार नहीं करेंगे. आज शांतिपूर्ण स्कूल-कॉलेज बंद रहने पर गोजविमो तथा आम लोगों ने शिक्षक तथा प्राचार्यों के प्रति आभार प्रकट किया है.