पार्षद आशीष कुंडू का कहना है कि राज्य की मुख्यमंत्री तथा पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के निर्देश पर निहार घोष को नगरपालिका का चेयरमैन बनाया गया है. उन पर कृष्णेन्दु चौधरी का हमला बेहद दुर्भाग्यजनक है. कांग्रेस और माकपा के पार्षद यदि आलोचना करते तो कोई बात नहीं थी. अपनी ही पार्टी का नेता यदि इस बजट का विरोध कर रहा है, तो यह काफी लज्जाजनक है.
कृष्णेन्दु चौधरी के अलावा विरोधी माकपा ने भी बजट की आलोचना की है. माकपा पार्षद दुलन चाकी ने बजट को लेकर तृणमूल में मचे घमासान पर भी चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि समझ में ही नहीं आ रहा है कि कौन सत्ता पक्ष और कौन विपक्ष में है. तृणमूल के ही आधे से अधिक पार्षद बजट का विरोध कर रहे हैं. कुछ इसी प्रकार की बातें कांग्रेस पार्षद नरेन्द्र नाथ तिवारी ने कही है. उन्होंने कहा कि इंगलिश बाजार नगरपालिका के चेयरमैन किस पार्टी के हैं, यही समझ में नहीं आ रहा है. लगता है कि वह निर्दलीय चेयरमैन हों, क्योंकि कांग्रेस और माकपा के साथ ही तृणमूल के अंदर भी उनकी आलोचना हो रही है. नगरपालिका की हालत काफी खराब है.
तृणमूल के अंदरूनी घमासान से शहर का काम-काज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. निकासी व्यवस्था बदहाल है और जहां-तहां कचरे का अंबार लगा हुआ है. तृणमूल बोर्ड को लगता है कि आपसी लड़ाई के अलावा और कोई काम ही नहीं है. इधर, नगरपालिका के वाइस चेयरमैन बाबला सरकार ने इस मामले को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने माकपा तथा कांग्रेस के साथ ही कृष्णेन्दु चौधरी एवं तृणमूल के अन्य बागी पार्षदों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि रिवाइज्ड बजट नगरपालिका कानून के अनुसार ही पेश किया गया है. यदि कोई इस पर प्रश्न खड़ा करता है, तो उन्हें कानून की जानकारी नहीं है.