आज जेसीबी से नहीं, बल्कि हथौड़े, छेनी व अन्य औजारों से इसे तोड़ा गया. कई कारोबारियों और वार्ड वासियों ने अपने स्तर पर ही मजदूर लगाकर स्लैब और सीढ़ियों को तोड़ कर हटा लिया. इस दौरान वार्ड पार्षद खुशबू मित्तल मौके पर थीं. उन्होंने काम का जायजा लिया. साथ ही उन्होंने स्थानीय कारोबारियों और वार्ड वासियों से बातचीत भी की. श्रीमती मित्तल का कहना है कि नेहरू रोड के अंबे स्टोर से संजय गुप्ता के मकान के सामने वाली सड़क के दोनों ओर के तकरीबन 400 मीटर लंबे ड्रेन को नये सिरे से बनाया जायेगा. पहले चरण के तहत ड्रेन पर बने स्लैब, सीढ़ियों और कलवर्ट को तोड़ा जायेगा. उन्होंने कहा कि वर्षों पहले बना ड्रेन अब पूरी तरह खस्ताहाल हो चुका था.
साथ ही कारोबारियों ने अपने गद्दियों के सामने ड्रेन को कई जगहों पर स्लैब व सीढ़ियों से ढक दिया था. इस वजह से ड्रेन की नियमित सफाई भी नहीं हो पा रही थी और ड्रेन कचरों से भरा पड़ा रहता था. जल निकासी न होने की वजह से बारिश के दिनों में जल जमाव की समस्या से भी इलाकेवासी काफी परेशान रहते थे. इन्हीं समस्यों को दूर करने के लिए ड्रेन को नये सिरे से बनाया जा रहा है.
श्रीमती मित्तल ने बताया कि इस ड्रेन को बनाने के लिए सांसद एसएस अहलुवालिया ने अपने सांसद कोष से 23 लाख रूपये का आर्थिक सहयोग किया है. विदित हो कि ड्रेन तोड़ने का काम चार दिन पहले तीन जनवरी यानी मंगलवार की सुबह शुरू हुआ था. लेकिन ड्रेन को जेसीबी द्वारा तोड़े जाने की वजह से कारोबारी और वार्ड वासी काफी आतंकित हो उठे थे. जेसीबी से ड्रेन को तोड़े जाने के वजह से कारोबारी संगठन सिलीगुड़ी मर्चेंट एसोसिएशन ने विरोध जताया था.अब यह विवाद खत्म हो गया है.