सिलीगुड़ी. इ-रिक्शा ‘टोटो’ चालकों एवं मालिकों की लगातार बढ़ रही मनमानी और धांधली पर शुक्रवार को मोटर व्हिकल्स इंस्पेक्टर (एमवीआइ) सिलीगुड़ी द्वारा नकेल कस ने की तैयारी शुरू कर दी गयी. टोटो चालकों और मालिकों के विरूद्ध एमवीआइ ने आज शहर के कुल चार जगहों दार्जिलिंग मोड़, हिलकार्ट रोड, सेवक रोड और हॉस्पिटल मोड़ के नजदीक बीएसएनएल के दफ्तर के सामने हाकिमपाड़ा में मुहिम चलाया. इस दौरान टोटो चालकों और मालिकों की धर-पकड़ भी की गयी. यह देख टोटो चालकों और मालिकों में खलबली मच गयी.
हालांकि एमवीआइ ने बाद में सभी को चेतावनी देकर छोड़ दिया. चालकों और मालिकों से कहा गया कि अब अगर मेन रोड पर टोटो नजर आता है तो पुलिस सख्त कार्रवायी करेगी. पुलिस टोटो की धर-पकड़ के साथ ही चालान भी काटेगी. मोटर वाहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि एमवीआइ एक्ट के दायरे में टोटो रिक्शा या वैन नहीं आता है. टोटो रिक्शा का न तो चेचिस नंबर होता है और ना ही इंजन नंबर. नंबर प्लेट व अन्य कोई सरकारी लाइसेंस की भी बाध्यता नहीं है. इसी वजह से टोटो चालकों के विरूद्ध किसी भी तरह का कानूनी कार्रवायी करने का अधिकार नहीं है. लेकिन टोटो चालकों एवं मालिकों के मनमानी और धांधली की लगातार शिकायत मिल रही थी. इसी वजह से आज यह मुहिम चलाया गया और केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.
दिन ढलते ही टोटो चालक करते हैं मनमानी ः एक सिटी ऑटो चालक राम भगत का कहना है कि दिन में तो टोटो चालक और मालिक मेन रोड पर चलाते ही हैं वहीं, दिन ढलते ही मनमानी शुरू कर देते हैं. मेन रोड में प्रशासन ने टोटो चलाये जाने पर प्रतिबंध लगा रखा है. उन्हें केवल पॉकेट रूट और गल्ली-मुहल्लों में ही टोटो चलाने की इजाजत है. इस बात पर पहले हुई कई दौर की प्रशासनिक बैठक में टोटो चालक और मालिकों ने अपनी सहमति भी दी है. इसके बावजूद टोटो चालक और मालिक अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आते. सिटी ऑटो के सवारियों को जबरन अपने टोटो में सवार कर लिया जाता है. इसका विरोध करने पर उल्टे मारपीट व बदतमीजी पर उतारू हो जाते है और धमकी भी देते हैं.
टोटो चालकों की मनमानी वजह से ही सिटी ऑटो का बाजार भी प्रभावित हो रहा है. सिटी ऑटो चलाने के लिए सरकार से आधे दर्जन से भी अधिक लाइसेंस व अनुमति लेनी पड़ती है और तरह-तरह के टैक्स सरकार को देना पड़ता है जबकि टोटो के लिए सरकार ने अब-तक ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया है. श्री भगत का कहना है कि टोटो की मनमानी से केवल सिटी ऑटो वाले ही परेशान नहीं हैं बल्कि आम लोग भी त्रस्त हैं. मुख्य सड़कों और चौराहों पर जहां-तहां टोटो पार्किंग कर सड़क जाम कर देते हैं इससे अन्य वाहन चालकों व पैदल चलनेवालों को भी परेशानियों से जुझना पड़ता है.